गरीबों के अतिक्रमण हटाने से नाराज बीजेपी नेता ने प्रशासन को दी खुली चुनौती, बोले- “दम है तो कोंग्रेस जिलाध्यक्ष का होटल गिराकर दिखाओ”

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पिन्टू के ढाबे को भी कथित तौर पर नोटिस दिए बगैर प्रशासन ने तोड़ डाला।

*   बड़ी कार्रवाई : अतिक्रमण पर प्रशासन ने चलाया बुल्डोज़र, दो ढाबों को पूरी तरह किया ध्वस्त

*   ढावा संचालकों का आरोप नोटिस दिए बगैर ढाबा गिराया और सामान भी निकालने नहीं दिया

*   गरीबों पर कार्रवाई से नाराज पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा

*   दरगाह के दुकानदारों को नपा ने रात में नोटिस बांटे और दोपहर गिरा दिए टीन-टप्पर

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय में शुक्रवार 22 जनवरी को दोपहर में प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ अंदाज में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। सबसे पहले शहर के सिविल लाइन इलाके में स्थित बाबा बादशाह साईं दरगाह की दुकानों के टीन-टप्पर गिराए व नाली के ऊपर बनाए गए चबूतरों तथा होटल की भट्टियों को तोड़ा गया। इसके बाद छतरपुर-अजयगढ़ बाईपास मार्ग किनारे पुराना पन्ना में स्थित ढावा एवं नेशनल हाईवे-39 में छतरपुर मार्ग के किनारे स्मृति वन के समीप स्थित ढावे पर बुल्डोज़र चलवाकर दोनों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
प्रशासन का आरोप है शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करके दोनों ढावे बनाए गए थे। इस कार्रवाई से प्रभावित ढावा संचालकों ने प्रशासन पर नोटिस दिए बगैर ढावे गिराने का गंभीर आरोप लगाया है। इतना ही नहीं उन्हें ढावा के अंदर से जरुरी समान निकालने की मोहलत भी नहीं दी गई।
दरगाह की दुकानों का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद सड़क पर बिखरा पड़ा मलबा।
जबकि दरगाह के दुकानदारों को गुरुवार 21 जनवरी की रात 8 बजे के बाद नोटिस बांटकर 24 घण्टे के अंदर अतिक्रमण हटाने का अल्टीमेटम दिया गया। लेकिन 24 घण्टे के पहले ही प्रशासन ने शुक्रवार 22 जनवरी को दोपहर में 1 बजे तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस कार्रवाई की जद में आए दुकानदारों ने बताया कि आज अतिक्रमण हटाने के लिए नगरपालिका, राजस्व विभाग व पुलिस का अमला जब मौके पर पहुंचा तो अधिकाँश दुकानदार अपनी दुकानों के टीन-टप्पर खुद से निकाल रहे थे। मगर चिन्हित तरीके से कार्रवाई करने का मन बनाकर आए प्रशासन ने निर्धारित समयसीमा से पहले ही तोड़फोड़ शुरू कर दी।
दरगाह के दुकानदारों को महज 24 घण्टे का नोटिस देकर प्रशासन ने उसके पहले ही तोड़फोड़ कर दी।
दुकानदारों का कहना है वे लाख मिन्नतें करते रहे लेकिन अपनी हनक के आगे प्रशासन ने उनकी एक न सुनीं। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का नेतृत्व नवागत तहसीलदार पन्ना सुधीर कुशवाहा ने किया। कार्रवाई में पन्ना कोतवाली थाना निरीक्षक अरुण सोनी, नगर पालिका कर्मचारी, राजस्व विभाग का अमला एवं भारी पुलिस बल शामिल रहा।

कर्मचारियों को बाहर निकालकर जमींदोज कर दिए ढावे

नोटिस दिए बगैर बाईपास के ढावे को बुल्डोजर से ढहा दिया गया, ढाबे के मलबे में दबे समान को निकालते युवक।
शहर के सिविल लाइन इलाके में कार्रवाई करने के बाद प्रशासनिक अमला छतरपुर-अजयगढ़ बाइपास मार्ग पर पहुँचा जहां पुराना पन्ना में स्थित झगड़ू खान के ढावा के कर्मचारियों को बाहर निकालकर ढावे पर बुल्डोज़र चलवा दिया। महज 10 मिनिट के अंदर प्रशासन ने पूरा ढावा ध्वस्त कर दिया। ढावे के मलबे में में दबे समान को निकालते ढावा संचालक के पुत्र ने पत्रकारों को बताया कि प्रशासन ने उन्हें अंदर से एक सुई भी निकालने नहीं दी। सबकी आँखों के सामने समान सहित पूरे ढाबे को गिरा दिया। अतिक्रमण हटाने की तीसरी बड़ी कार्रवाई स्मृति वन के समीप स्थित पन्ना ढावा एवं फैमिली रेस्टोरेंट पर की गई।
ढावा संचालक पिंटू सेन (बंगाली) जरुआपुर ने बताया कि उसे सिर्फ फ्रिज और नाममात्र का समान ही निकालने दिया। इसके बाद बगैर किसी नोटिस के तुरंत ढाबे पर बुल्डोजर चलवा दिया। ढावे को ध्वस्त किए जाने से उसके अंदर रखा अघिकांश समान भी मलबे में तब्दील हो गया। इस कार्रवाई के चलते मौके पर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा रही। पिन्टू के ढावे को गिराने के दौरान पुलिस को वहाँ से अवैध शराब बरामद हुई है। हालाँकि समाचार लिखे जाने तक शराब की मात्रा पता नहीं चल सकी। ढावों को नेस्तनाबूद किए जाने से व्यथित संचालकों ने बताया कि उन्हें 5-5 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है।

सतानंद ने अधिकारियों को लताड़ते लगाते हुए दिया चैलेंज

छतरपुर-पन्ना मार्ग किनारे स्थित पिन्टू के ढाबे को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम मौके पर पहुंचे। उनके द्वारा गरीबों पर कार्रवाई किए जाने का खुलकर विरोध किया गया। श्री गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह गरीबों के कल्याण के लिए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे हैं और आप लोग उनकी मंशा के विपरीत गरीबों पर स्ट्राइक कर रहे हैं। अगर अतिक्रमण हटाना ही है तो माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाओ जोकि बेशकीमती जमीनों पर कब्ज़ा करके बैठे हैं और प्लाट बेंच रहे है। किसी तरह अपना जीविकोपार्जन करने वाले गरीबों पर कार्रवाई करके आप लोग क्या साबित करना चाहते हैं।
नवागत पन्ना तहसीलदार को लताड़ते हुए पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम।
सतानंद ने तहसीलदार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि, “अगर दम हो तो कोंग्रेस नेता केशव प्रताप सिंह का होटल गिराकर दिखाओ। हाइवे पर होटल बना रखा है और सड़क के चौड़ीकरण का मुआवजा भी ले चुके हैं, है दम कार्रवाई करने का।” भाजपा नेता के द्वारा सार्वजनिक तौर लताड़ लगाए जाने से मौके पर मौजूद अफसरों की घिग्घी बंध गई और वे बगलें झाँकने लगे।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को देखते हुए स्थानीय लोग।
थोड़ी देर बाद तहसीलदार बोले, पिंटू अपने ढावे पर शराब पिलाता था। इस पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने पन्ना टीआई की ओर इशारा करते हुए कहा कि फिर पुलिस क्या कर रही है, उसे कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन बांग्लादेशी विस्थापित परिवार का ढावा गिराकर आपने अच्छा नहीं किया। इतना कहकर भाजपा नेता सतानंद गौतम अपनी कार में बैठकर मौके से वापस चले गए।बताते चलें इस कार्रवाई के संबंध नगर पालिका पन्ना के सीएमओ यशवंत वर्मा से बात करने का काफी प्रयास किया गया मगर उन्होंने मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया।

इनका कहना है –

“अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में प्रक्रिया का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए संबंधितों को निर्देशित किया जाएगा। ढावों को गिराने में क्या प्रक्रिया अपनाई गई यह तो पन्ना एसडीएम ही बता पाएंगे। अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश सरकार ने दिए हैं, इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।”

– संजय कुमार मिश्र, कलेक्टर पन्ना।