लोकायुक्त पुलिस की बड़ी कार्रवाई : डिप्टी रेंजर और वनरक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाँथ किया गिरफ्तार

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पन्ना जिले के मड़वा ग्राम में स्थित वन परिक्षेत्र सहायक के शासकीय आवास पर ट्रैप कार्रवाई को अंजाम देते हुए लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम।

पन्ना जिले के दक्षिण वन मण्डल अंतर्गत मोहन्द्रा रेन्ज के मड़वा ग्राम में हुई कार्रवाई

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने आज डिप्टी रेंजर और वनरक्षक को 4 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाँथ गिरफ्तार किया है। जिले के दक्षिण वन मण्डल की मोहन्द्रा रेन्ज अंतर्गत मड़वा ग्राम में स्थित वन परिक्षेत्र सहायक के शासकीय आवास पर दोपहर के समय इस ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पकड़े गए डिप्टी रेंजर श्रवण कुमार शुक्ला और वनरक्षक लोकेन्द्र सिंह राजपूत पर आरोप है कि उनके द्वारा कमल किशोर कुशवाहा से तेंदूपत्ता संग्रहण में फड़ मुंशी के पद पर कार्य करते रहने के एवज में चार हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।
उप पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर राजेश खेड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक कमल किशोर पिता झगड़ू कुशवाहा निवासी ग्राम कछरन, ग्राम पंचायत मड़वा तहसील रैपुरा जिला पन्ना की शिकायत पर आज दोपहर लगभग 3 बजे वन परिक्षेत्र मोहन्द्रा अंतर्गत मड़वा ग्राम में स्थित वन परिक्षेत्र सहायक के शासकीय आवास पर छापामार कार्यवाही की गई। लोकायुक्त पुलिस टीम ने कमल किशोर से रिश्वत के रूप में 4 हजार रुपए लेते हुए वनपाल (डिप्टी रेंजर) श्रवण कुमार शुक्ला, उप परिक्षेत्र मड़वा और वनरक्षक लोकेन्द्र सिंह राजपूत, वन चौकी मड़वा वन परिक्षेत्र मोहन्द्रा को रंगे हाँथ गिरफ्तार किया है।
जिले के दूरस्थ इलाके में लोकायुक्त पुलिस के द्वारा की गई इस ट्रैप कार्रवाई की खबर सोशल मीडिया पर आते ही हड़कम्प मच गया। समाचार लिखे जाने तक मौके पर लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई जारी थी। इस मामले में लोकायुक्त पुलिस सागर ने आरोपी डिप्टी रेंजर और वनरक्षक के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया है। उल्लेखनीय है कि, बेइंतहा भ्रष्टाचार के लिए बदनाम पन्ना जिले के वन विभाग में महज डेढ़ वर्ष के अंतराल में लोकायुक्त पुलिस की यह दूसरी बड़ी ट्रैप कार्रवाई है। इसके पूर्व जिला मुख्यालय पन्ना में क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व के कार्यालय में लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए दो लिपिकों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।