गरीबों की जमीन हड़पने के आरोपों पर भाजपा नेता ने तोड़ी चुप्पी, बोले- “जमीन की खरीदी और नामांतरण में प्रक्रियाओं का किया गया पालन”

0
1533
प्रेसवार्ता करते खुद पर लगे आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा नेता अंकुर त्रिवेदी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी।

* प्रेसवार्ता कर भाजपा नेता ने अंकुर त्रिवेदी ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर दी सफाई

* राजनैतिक विद्वेष के चलते बदनाम करने के मकसद से की जा रहीं झूठी शिकायतें

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) जिला मुख्यालय पन्ना की समीपी ग्राम पंचायत मनौर के ग्राम नयापुरा अंतर्गत आने वाले मुड़िया पहाड़ की शासकीय भूमि पर कई दशकों से काबिज सैंकड़ों गरीब-परिवारों की जमीन को कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य अंकुर त्रिवेदी पर हड़पने के आरोप पिछले कई दिनों से लग रहे हैं। कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर उक्त बेशकीमती भूमि की रजिस्ट्री और नामांतरण कराने के बाद भाजपा नेता के द्वारा वहां काबिज गरीब-मजदूरों को बेदखल करने के लिए उन्हें धमकाने की शिकायत प्रभावित लोगों के द्वारा की गई है। पन्ना जिले के चर्चा का विषय बने इस मामले पर आज भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अंकुर त्रिवेदी ने अपनी चुप्पी तोड़ते खुद पर लग रहे बेहद गंभीर आरोपों को पूरी तरह निराधार और राजनैतिक विद्वेष से प्रेरित बताया है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार 15 सितंबर को मुड़िया पहाड़ के प्रभावित परिवारों की महिलाओं ने अपने आशियाने को बचाने के लिए पन्ना राजपरिवार की सदस्य महारानी जीतेश्वरी देवी के नेतृत्व में गले में फांसी का फंदा डालकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया था। महिलाओं ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाते हुए ज्ञापन सौंपा था। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने क्षेत्रीय सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा एवं उनके करीबी माने-जाने वाले भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य अंकुर त्रिवेदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी।
महिलाओं के इस प्रदर्शन और अपने ऊपर लग रहे आरोपों का जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अंकुर त्रिवेदी ने गुरुवार 17 सितंबर को एक प्रेसवार्ता की। होटल शानवी लैण्डमार्क में आयोजित इस प्रेसवार्ता में श्री त्रिवेदी ने पूरे मामले में अपनी ओर से साक्ष्यों के आधार पर सफाई दी गई। भाजपा नेता अंकुर त्रिवेदी ने अपने वरिष्ठ अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी के साथ प्रेसवार्ता कर अपने विरुद्ध गई शिकायत को पूरी तरह से असत्य बताते हुये कहा कि कतिपय लोगों द्वारा व्यक्तिगत रंजिश और राजनैतिक कारणों की वजह से इस तरह की झूठी शिकायतें की जा रही है।
इस दौरान अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी ने बताया कि जो जमीन अंकुर त्रिवेदी और वैष्णो माता विधि महाविद्यालय के नाम पर क्रय की गई है उसे शासकीय पट्टे की भूमि शिकायतकर्ताओं द्वारा बताया जा रहा है जबकि 1963 के राजस्व रिकार्ड में यह भूमि स्वामी व स्वत्व कब्जे की भूमि रही है। अतिक्रमण कारियों द्वारा 80-90 साल से कब्जा बताया जा रहा है जबकि राजस्व रिकार्ड से यह स्पष्ट किया जा सकता है कि उस समय क्षेत्र में कोई भी रहता ही नहीं था। अधिवक्ता श्री त्रिपाठी ने कहा कि अंकुर त्रिवेदी तथा उनके पिता अवधेश त्रिवेदी उर्फ़ खुन्ना महाराज के विरूद्ध अभी तक कोई भी अपराध प्रमाणित नहीं हुये है, जबकि शिकायतकर्ताओं मे शामिल एक महिला गंगा बाई जो अपने अवैध अतिक्रमण को बचाना चाहती है उसे धारा 307 के अपराध में उसे सन् 2006 में सजा हुई थी।
पत्रकारों से बात करते हुए अपना पक्ष रखते भाजपा नेता अंकुर त्रिवेदी।
अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी ने बताया कि अंकुर त्रिवेदी व वैष्णोमाता विधि महाविद्यालय ने जो भूमि खरीदी है उस व्यक्ति ने स्वयं रजिस्टर्ड विक्रय से करीब 26 साल पहले यह भूमि खरीदी थी। शिकायतकर्तागणों ने हाईकोर्ट मे भी यह केस पेश किया किंतु हाईकोर्ट ने भी दिनांक 13/03 /2020 को उनकी याचिका को निरस्त कर दिया। जमीन की खरीदी में नियम एवं प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। भाजपा नेता अंकुर त्रिवेदी ने बताया कि भूमि बेंचने से पहले विक्रेता द्वारा राजस्व मंडल ग्वालियर से जून 2016 में विक्रय की अनुमति प्राप्त की गई थी उस समय भी जांच हुई थी, जिसमें मौके पर कोई कब्जा नहीं होना पाया गया था और विक्रय की अनुमति प्राप्त होने के बाद ही अक्टूबर 2016 में जमीन की रजिस्ट्री हुई। नामांतरण आवेदन में कतिपय लोगों द्वारा आपत्ति की गई जिसे आयुक्त सागर ने निरस्त किया, जिस पर जमीन का नामांतरण हुआ है।