जघन्य हत्या : कुल्हाड़ी से हमला कर नवयुवक को गंभीर घायल किया फिर पत्थर से कुचल दिया सिर

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बृजपुर थाना पुलिस टीम की अभिरक्षा में बिजवाराधाम हत्याकाण्ड के आरोपी।

* पन्ना जिले के बृजपुर थाना अंतर्गत ग्राम बिजवाराधाम की घटना

* पुलिस ने 48 घण्टे के अंदर चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

* होली पर्व के दौरान पन्ना जिले में घटित हुईं कई बड़ी घटनाएं

* शराब दुकानें बंद रहने के बाबजूद गाँव-गाँव गली-गली जमकर बिकी शराब

शादिक खान, रुपेश जैन। पन्ना/बृजपुर । (www.radarnews.in) जिले के बृजपुर थाना अंतर्गत ग्राम बिजवाराधाम में होली के दिन कथित तौर शराबखोरी के चलते हुए विवाद में तीन लोगों ने मिलकर एक नवयुवक के ऊपर पहले तो कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला कर उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया और फिर सिर पर पत्थर पटक-पटककर उसकी निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी। त्यौहार के दिन इस सनसनीखेज घटना की खबर आते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। हत्या की जघन्य वारदात की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई को बृजपुर थाना पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों को 48 घण्टे के अंदर गिरफ्तार करने का दावा किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार 10 मार्च की शाम लगभग 6-7 बजे बाबू उर्फ इन्द्रपाल गौंड़ 19 वर्ष निवासी बिजवाराधाम का गांव के ही कुछ सजातीय लोगों हक्का कोंदर पिता रामदास कोंदर 55, रतन उर्फ रामरतन कोंदर पिता भूरा कोंदर 30 साल, अज्जू उर्फ अजय सिहं गौंड़ पिता निरपत गौंड़ 19 वर्ष से विवाद हो गया। चर्चा है कि विवाद एक-दूसरे के परिवारजनों को लेकर की गई आपत्तिजनक टिपण्णी के चलते हुआ। जिससे आक्रोशित हक्का कोंदर, रतन उर्फ रामरतन कोंदर व अजय सिहं गौंड़ ने एक राय होकर बाबू उर्फ इन्द्रपाल गौंड़ 19 वर्ष के ऊपर पहले तो कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला कर उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया और फिर सिर पर पत्थर पटक-पटककर उसकी निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात को हक्का गौंड़ के खेत में ही अंजाम दिया गया। मृतक के भाई बबलू गौंड़ की रिपोर्ट पर बृजपुर थाना पुलिस ने अपराध क्रमाँक 63/2020 धारा 302,34 ताहि का पंजीबद्ध किया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा फरार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी बृजपुर उप निरीक्षक सिद्धार्थ शर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। फरार हत्यारोपियों की तलाश के दौरान शुक्रवार 13 मार्च को उनके मठली पाठा के जंगल में छिपे होने की सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने जंगल की घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों हक्का कोंदर, रतन उर्फ रामरतन कोंदर व अजय सिहं गौंड़ से पुलिस ने हत्या की वारदात में प्रयुक्त कुल्हाड़ी जप्त की है। हत्यारोपियों की 48 घण्टे के अंदर धरपकड़ करने में थाना प्रभारी बृजपुर सिद्धार्थ शर्मा, चौकी प्रभारी सिविल लाईन अभिषेक पाण्डेय, पी.एस.आई. स्मिता सिहं बघेल, एएसआई बी.पी.मिश्रा, एएसआई अशोक दिवेदी, प्रधान आरक्षक अशोक शर्मा, लवकेश सिंह, आरक्षक जागेन्द्र शर्मा, सुरेन्द्र, धीरेन्द्र, सोनू, गिरधारी, पदम, हेमराज, अनिल बागरी एवं सैनिक राजाराम साहू तथा सायबर सेल पन्ना टीम के आरक्षक नीरज रैकवार, अशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह की महत्वूर्ण भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी द्वारा आरोपपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

कहीं नजर नहीं आई पुलिस की मुस्तैदी

होली के दिन दबंगों के द्वारा की गई मारपीट के मामले में कार्रवाई की फ़रियाद लेकर पन्ना में एसपी के सरकारी आवास के बाहर खड़े पीड़ित।
होली के त्यौहार एवं अन्य विशेष अवसरों पर अपराधों, सड़क-वाहन दुर्घटनाओं की रोकथम और शान्ति व्यवस्था कायम रखने के उद्देश्य से शराब की दुकानों को बंद रखा जाता है। लेकिन शराब की बड़े पैमाने पर अवैध बिक्री और सहज उपलब्धता के चलते शराबखोरी के कारण होने वाली घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पन्ना जिले में होली के पर्व पर एक ओर जहाँ जमकर अवैध शराब की बिक्री होती रही वहीं कई स्थानों पर हुड़दंग होने की ख़बरें भी आईं। ग्राम कमताना, अजयगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम उदयपुर में जमकर बबाल हुआ। बृजपुर थाना के ग्राम बिजवाराधाम में नवयुवक की नृशंस हत्या कर दी गई। इसके अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में भी मारपीट-विवाद की छिटपुट घटनाएं प्रकाश में आईं हैं।
सांकेतिक फोटो।
इस बार होली के त्यौहार पर जिले की पुलिस मुस्तैदी पूरी तरह नदारत रही। ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सभी थाना प्रभारियों से पल-पल की स्थिति की जानकारी लेने के बजाय होली खलेने में व्यस्त रहे। थाना प्रभारियों एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारियों के स्तर क्षेत्र में गश्ती को लेकर शिथिलता बरती गई। वहीं पुलिस का मैदानी अमला अवैध शराब बिक्री को जानबूझकर नजर अंदाज करता रहा। इस दौरान छिटपुट विवाद के जो भी मामले थाना पहुंचे या फिर पता चले उनमें सेटिंग की उधेड़बुन में ही पुलिस अधिकारी-कर्मचारी काफी व्यस्त रहे। इसलिए अपराधों की रोकथाम को लेकर आवश्यक उपाय और पुलिस की सजगता कहीं नजर नहीं आई। शराब के नशे में धुत होकर वाहन दौड़ाने वालों को पकड़ना तो दूर किसी ने रोकना-टोकना भी उचित नहीं समझा। कई जगह तो नशेड़ी सरेआम गालियां बकते हुए रंगों के पर होली के उत्सव-आनंद को बदरंग करते रहे लेकिन पुलिसकर्मियों ने ऐसे लोगों से दूर रहने में ही अपनी भलाई समझी।