बेख़ौफ़ हुए अपराधी : सनसनीख़ेज अपहरण, एटीएम लूट काण्ड और चेन स्नैचिंग की वारदातों से दहल उठा शांति का टापू

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फाइल फोटो।

अपराधों की रोकथाम को लेकर पन्ना पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर

पुलिस चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर बाइक सवार बदमाशों ने की चेन स्नैचिंग

एक दिन पूर्व दिनदहाड़े एटीएम लूटने का प्रयास करते पकड़े गए थे दो शातिर आरोपी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के अति पिछड़े पन्ना जिले में व्याप्त प्रशासनिक अराजकता और अंधेरगर्दी इन दिनों अपने चरम पर है। जिसका लाभ उठाते माफिया, अपराधी, असमाजिक तत्व और शातिर बदमाशों ने चौतरफा लूट मचा रखी है। भ्रष्ट अफसरों को अपनी जेब में रखने वाले खनन माफिया आतंक के बल पर नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए खुलेआम पन्ना की बहुमूल्य खनिज सम्पदा- रेत, हीरा और पत्थर को लूट रहे हैं। वहीं शातिर अपराधी और बदमाश बड़े ही दुस्साहसिक तरीके फिरौती वसूली के लिए अपहरण काण्ड तथा चेन स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देकर आम आदमी को लूटने में जुटे हैं। शांति का टापू कहलाने वाला पन्ना जिला सनसनीखेज अपराधों और बढ़ती गैर कानूनी गतिविधियों के कारण अब अशांत हो चुका है। फलस्वरूप आम लोग अपनी जानमाल की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित और भयभीत नजर आ रहे हैं।
सप्ताह भर के अंदर शाहनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत हुए अपहरण काण्ड, पन्ना में शातिर आरोपियों के द्वारा दिनदहाड़े एटीएम को खोलकर उसके रुपये लूटने का प्रयास करना और घर के बाहर झाड़ू लगा रही महिला के गले से बाइक सवार बदमाश के द्वारा सोने की चेन खींचकर भाग निकलने सरीखी हैरान करने वाली घटनाओं के सामने आने से समूचा पन्ना जिला दहल उठा है। एक के बाद एक लगातार घटित इन संगीन एवं चिंताजनक वारदातों ने अपराधों की रोकथाम को लेकर पन्ना पुलिस की बड़ी लापरवाही को उजागर किया है। यह बात अलहदा है कि तीनों ही घटनाओं में शामिल कतिपय आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके है, जबकि कुछ अभी भी फरार हैं। लेकिन सनसनीखेज़ घटनाओं को बड़े ही बेखौफ अंदाज में अंजाम दिया जाना यह साबित करता है कि अपराध घटित होने के पूर्व उसकी रोकथाम को लेकर पन्ना पुलिस सतर्क और सजग नहीं है। पुलिस के मुखबिर तंत्र की सक्रियता पर भी सवालिया निशान लगा है।
इन घटनाओं की सबसे चिंताजनक बात यह है कि, अपराधियों में पन्ना पुलिस का जरा भी ख़ौफ़ नहीं रहा। शातिर बदमाशों के द्वारा जिस तरह दुस्साहसिक अंदाज में दिनदहाड़े पुलिस को खुली चुनौती दी गई उसने पुलिसिंग की लचर स्थिति की पोल खोलकर रख दी है। आये दिन अपराधों के खुलासे कर अथवा फरार आरोपियों की धरपकड़ को लेकर बड़े-बड़े दावों और जांबाजी भरे किस्सों से ओतप्रोत प्रेस विज्ञप्ति-फोटो जारी करके स्थानीय मीडिया की हेडलाइंस मैनेजमेंट में कुशल पुलिस के अफसरों द्वारा अर्जित की जाने वाली वाहवाही के ऑल इज वेल वाले नैरेटिव को हालिया घटनाओं ने काफी क्षति पहुंचाई है।
पन्ना में चेन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देने के बाद मोटरसाइकिल से भागते हुए लूट के आरोपियों की तस्वीर सीसीटीव्ही कैमरों में कैद हुई।
मालूम हो कि, सोमवार 6 सितम्बर की सुबह पन्ना की इन्द्रपुरी कॉलोनी में सिविल लाइन पुलिस चौकी के नजदीक रहने वाले सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी संतोष शर्मा की पत्नी रजनी शर्मा जब घर के सामने साफ़-सफाई कर रहीं थीं तभी सफ़ेद रंग की टीव्हीएस अपाचे बाइक से आये दो बदमाश पता पूंछने का बहाना कर महिला के गले की चेन खींच ले गए। इसी तरह की एक अन्य घटना को अंजाम दिए जाने की चर्चा रही। सेवानिवृत्त एएसआई के द्वारा पत्नी की सोने की चेन को लूटकर फरार होने वाले बदमाशों की सूचना तत्परता से पुलिस को दी गई। फलस्वरूप सीसीटीव्ही फुटेज कैद बाइक सवार दोनों बदमाशों के फोटो सोशल मीडिया पर जारी करते हुए पुलिस अधिकारियों के द्वारा आसपास के सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट कर तगड़ी नाकेबंदी कराई गई।
इधर, सुबह-सुबह चेन स्नैचिंग की घटना की खबर आते ही शहर में दिनभर हड़कंप मचा रहा। शाम के समय पुलिस सूत्रों से पता लगा कि शातिर बदमाशों को पड़ोसी जिला सतना की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि पन्ना पुलिस ने सतना और पन्ना पुलिस के ज्वॉइंट ऑपरेशन में चेन स्नैचरों को पकड़ने का दावा किया है। पन्ना पुलिस ने रात्रि में प्रेस विज्ञप्ति जारी बताया चेन लूटने के मामले में गिरफ्तार 3 बदमाश बावरिया गैंग शामली, उत्तर प्रदेश के हैं। लूट की वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल जब्त की गई है। प्रेस विज्ञप्ति में पन्ना पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना के हवाले से बताया गया है, गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय से पुलिस रिमांड में लेकर लूटी गई संपत्ति बरामद की जाएगी।
उल्लेखनीय है, पन्ना में चेन स्नैचिंग की घटना के एक दिन पूर्व स्थानीय अजयगढ़ चौराहा के समीप दो शातिर बदमाशों को दिनदहाड़े कथित तौर पर एटीएम खोलकर रुपए लूटने का प्रयास करते हुए आसपास मौजूद लोगों के द्वारा पकड़ा गया था। एटीएम के अंदर जब दोनों बदमाश मशीन को खोलने में जुटे थे तभी आसपास मौजूद लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए बदमाशों को एटीएम के अंदर ही कैद कर बाहर से शटर बंद कर दी थी। स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस को मौके पर बुलाकर दोनों संदिग्ध आरोपियों पकड़ाया गया। हालांकि इस पूरी कवायद के बीच शातिर बदमाशों के अन्य साथी जोकि एटीएम के बाहर की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे, वे मौका पाकर आसानी से भाग निकलने में सफल हो गए।
सतना जिले में पकड़े गए चेन स्नैचरों से जब्त की गई घटना में प्रयुक्त सफ़ेद रंग की अपाचे मोटरसाइकिल।
वहीं कुछ दिन पूर्व जिले के शाहनगर थाना अंतर्गत ग्राम नुनागर में उचित मूल्य दुकान के सेल्समैन सुखनंदी राजपूत के पुत्र यशवंत सिंह राठौर 22 वर्ष का गांव के ही 5 आरोपियों के द्वारा अपहरण कर 12 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई थी। सेल्समैन के द्वारा फिरौती की रकम न देकर पुलिस को घटना की सूचना देने से नाराज अपहरणकर्ता यशवंत के ऊपर चाकू से हमला कर उसे घायल अवस्था में छोड़कर भाग निकले थे। अपहरण की वारदात में शामिल रहे मुख्य आरोपी समेत अब तक कुल चार आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
थोड़ा और पीछे जाकर देखें तो महीने भर पूर्व जिले के व्यवसायिक क़स्बा देवेन्द्रनगर में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के अंदर से राइस मिल संचालक के बैग से शातिर चोरों ने रुपए पार कर सनसनी फैला दी थी। देवेन्द्रनगर थाना क्षेत्रान्तर्गत ही मामूली सड़क दुर्घटना के बाद दबंगों ने बाइक सवार एक युवक को मुख्य सड़क पर दिनदहाड़े जिन्दा जला देने की विचलित करने वाली जघन्य घटना को अंजाम दिया था। इन तमाम बेहद संगीन घटनाओं को घटित होने से रोकने और जिले में लंबे समय से सक्रिय चोर-बदमाशों की गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगा पाने में असफल रही पन्ना पुलिस के निकम्मेपन के चलते शान्ति का टापू कहलाने वाला यह जिला अब सांप्रदायिक तनाव की बढ़ती घटनाओं के लिहाज से भी संवेदनशील बन चुका है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद चिंताजनक स्थिति थानों में तैनात मैदानी पुलिस अमले का निहित स्वार्थपूर्ति वाली गतिविधियों पूरा फोकस होने और सत्ताधारी दल के अपने राजनैतिक संरक्षणदाताओं से प्रतिदिन मिलने वाले टास्क को जिन्न की तरह जुनूनी होकर पूरा करने की व्यस्तता के चलते निर्मित हुई है। पन्ना की पुलिस बीते एक साल से पेशेवर की तरह ईमानदारी से अपने कर्तव्य और दायित्वों का निर्वाहन करने के बजाए राजनैतिक बीन पर थिरकने का काम निर्लज्जता के साथ कर रही है। पन्ना पुलिस के कतिपय अधिकारियों-कर्मचारियों की सियासी संरक्षणदाताओं को लेकर प्रतिबद्धता खाक़ी वर्दी के फ़र्ज पर भारी पड़ने से पुलिसिंग लगभग चौपट हो चुकी है।
सांकेतिक फोटो।
अराजकता का यह माहौल इसलिए भी बना है कि स्थानीय मीडिया के बीच पुलिस की शान में कसीदे पढ़ने की अभूतपूर्व होड़ मची है। पुलिस के दावों की पड़ताल करने, घटनाओं को लेकर सवाल पूंछने, निष्पक्ष-तटस्थ रहकर तथ्यों और तर्कों की कसौटी पर बड़े-बड़े दावों को कसकर सच को सामने लाने के बजाए अधिकांश मीडियाकर्मी पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के शब्दसः वाचन को अपना परम कर्तव्य मान चुके हैं। रही-सही कसर ख़बर जल्द से जल्द प्रकाशित/प्रसारित करने की ब्रेकिंग न्यूज़ कार्य संस्कृति ने पूरी कर दी है। खबर सबसे पहले ब्रेक करने की आपाधापी में अब गहराई से तथ्यों को जांचने-परखने और घटनाओं को समग्रता में देखने की फुर्सत किसे है। पन्ना के बदतरीन होते हालात के लिए विपक्षी दलों की हद दर्जे की उदासीनता भी जिम्मेदार है। विपक्ष के मौन होने के कारण पुलिस की कथित मनमानी के खिलाफ अमानगंज से लेकर देवेन्द्रनगर तक आम आदमी को इंसाफ पाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। बहरहाल मौजूदा स्थिति में सुधार के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को विशेष ध्यान देने की जरुरत है।