* बोले- पन्नावासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने से पहले अफसर व जनप्रतिनिधि एक माह तक पिएं बेनीसागर का पानी
* पन्ना नगर में व्याप्त भीषण जल संकट को जिम्मेदारों की अक्षम्य लापरवाही का नतीजा बताया
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय में इन दिनों भीषण जल संकट की स्थिति निर्मित है। नगर में जिन तालाबों से पानी की सप्लाई होती है, वे सभी गत वर्ष हुई अल्प वर्षा के चलते कम जल भराव के कारण लगभग सूख चुके हैं। पानी को लेकर पन्ना में अब हाहाकर मचा है। बेहद तेजी से लगातार बिगड़ते हालात के मद्देनजर किसी तरह स्थिति को संभालने और पेयजल आपूर्ती की वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से गुरूवार 16 जून को पन्ना कलेक्टर एवं नगर पालिका परिषद प्रशासक पन्ना के संजय कुमार मिश्र के द्वारा स्थानीय बेनीसागर तालाब का निरीक्षण कर इसके पानी की सप्लाई का ऐलान किया गया। बेनीसागर तालाब के अत्याधिक दूषित-संक्रमित पानी की नगर में सप्लाई शुरू करने के फैसले की खबर आते ही सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे। कलेक्टर के विवादित फैसले के खिलाफ कल शाम उठ रहे विरोध के स्वरों के बीच आज पन्ना के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीकांत दुबे की भी इस विवाद पर बेहद कड़ी प्रतिक्रिया आई है।
उन्होंने जिला प्रशासन व मौजूदा पन्ना के जनप्रतिनिधयों को असंवेदनशील-अदूरदर्शी और घोर लापरवाह करार देते हुए पर जमकर शाब्दिक हमला बोला है। प्रेस में जारी अपने बयान में पूर्व विधायक ने कलेक्टर के विवादित फैसले को लेकर कटाक्ष भरे अंदाज में सुझाव दिया है, पन्नावासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने के बजाए पहले जिला मुख्यालय में रहने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारी और जनप्रतिनिधि एक माह तक लगातार बेनीसागर का पानी पिएं ताकि इसके सुरक्षित होने को लेकर जनमानस में विश्वास पैदा हो सके। जबकि वर्तमान अफसर व जनप्रतिनिधि निजी जल विक्रेताओं के जिस पानी को कैम्पर में खरीद कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं, उसे टैंकरों में भरवाकर पब्लिक को उपलब्ध कराया जाए। इसके अलावा सरकारी बैठकों में मिनरल वॉटर की बोतलें प्रतिबंधित कर बेनीसागर तालाब का पानी परोसा जाए।