प्रदेश भर में 18 मई से जननी एक्सप्रेस आपातकालीन सेवा के 800 वाहनों के थम जाएंगे पहिए ? गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव कराने के लिए होना पड़ेगा परेशान

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फाइल फोटो।

* ठेका कम्पनी की नीतियों से परेशान 108 जननी एक्सप्रेस संघ ने किया हड़ताल का ऐलान

* स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाली राशि से आधी कीमत पर वेण्डर्स को सौंपा जननी के संचालन का जिम्मा

पन्ना। (www.radarnews.in) गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव एवं बीमार शिशुओं को इलाज के लिए स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने और फिर वापस घर छोड़ने के लिए संचालित महत्वपूर्ण 108 जननी एक्सप्रेस योजना 18 मई से प्रदेश भर में अनिश्चित काल के लिए बंद हो सकती है। जननी एक्सप्रेस संचालक संघ ने ठेका कम्पनी की दमनकारी नीतियों और लगातार हो रहे आर्थिक नुकसान से परेशान होकर अपनी मांगों के समर्थन में 18 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया। अर्थात आपातकालीन सेवा 108 जननी एक्सप्रेस संचालक संघ के आर्थिक हितों से जुड़ीं समस्याओं-मांगों पर सम्बंधित ठेका कम्पनी जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड मुम्बई और स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों द्वारा यदि गंभीरता पूर्वक विचार कर तुरंत संतोषजनक समाधान नहीं किया गया तो प्रदेश भर में 800 जननी वाहनों के पहिये 18 मई से थम जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो इस कोरोना संक्रमण काल में ग्रामीण अंचल के गरीब परिवारों की गर्भवती महिलाओं एवं बीमार शिशुओं को स्वास्थ्य केन्द्रों तक आने-जाने के लिए काफी परेशान होना पड़ सकता है।
फाइल फोटो।
इस कोरोना महामारी में 108 जननी एक्सप्रेस के कर्मचारियों एवं वाहनों द्वारा दिन रात बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं दे रही है लेकिन 18 मई से पूरे मध्यप्रदेश के जननी एक्सप्रेस वाहन अपनी सेवाएं देना बंद कर देंगे। जननी एक्सप्रेस संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित घोगरकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि जननी एक्सप्रेस संचालित करने वाली कंपनी जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड मुम्बई की दमन करी नीतियों से तंग आकर प्रदेश भर के जननी एक्सप्रेस वाहनों के वेंडर 18 मई से प्रदेश व्यापी बंद करने के की तैयारी में है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में जननी एक्सप्रेस का टेंडर प्रदेश सरकार से जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड मुम्बई मिला हुआ है जिसमें से की स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाली राशि से लगभग आधी कीमत पर 800 जननी एक्सप्रेस संचालकों का जिम्मा वाहनों के वेंडरों को सौंपा गया है।
फाइल फोटो।
करीब 3 साल से बेहतर तरीके से जननी एक्सप्रेस सेवाएं देती चली आ रही है। जननी एक्सप्रेस वाहनों द्वारा गर्भवती महिलाएं एवं बच्चों को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर छोड़ने का काम करती हैं। इस सेवा को देने में दिन-रात वेंडर मेहनत कर रहे हैं लेकिन कंपनी द्वारा कुछ महीनों से अनावश्यक दबाव और वाहनों का भुगतान मनमानी तरीके से काटा जा रहा है। और उसी भुगतान में पेनाल्टी का बहाना लेकर मनमानी तरीके से भुगतान की कटौती की जा रही है। इससे तंग आकर वेण्डर चरणबद्ध आंदोलन करने के मूड में हैं। अपनी मांगों के समर्थन में 108 जननी एक्सप्रेस संचालक संघ के आव्हान पर सबसे पहले 15 मई से 17 मई तक सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान वाहनों में स्टीकर लगाकर एवं ड्राइवर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी अगर समस्याओं का निदान नहीं हुआ तो समस्त वेण्डर 18 मई से पूरे प्रदेश में जननी एक्सप्रेस वाहनों की आपातकालीन सेवा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर हड़ताल पर चले जायेंगे। पन्ना जिले के वेण्डरों का कहना है कि अगर इस बीच कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी संपूर्ण रूप से जवाबदारी ठेका कम्पनी की होगी।