पन्ना टाइगर रिजर्व से आई बड़ी खुशखबरी, हथिनी मोहनकली ने 90 किलो वजनी मादा बच्चे को दिया जन्म 

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अपने नवजात बच्चे के साथ युवा हथिनी मोहनकली।

* पीटीआर में बाघों के साथ-साथ लगातार बढ़ रहा है हाथियों का कुनबा 

* विश्व की सबसे बुजुर्ग हथिनी “वत्सला” का यहां पर है बसेरा 

* इंसानों की तरह जच्चा-बच्चा का पूरा ख्याल रख रहे हैं दूसरे हाथी

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों के साथ-साथ धरती के विशालकाय जीव हाथियों का कुनबा भी लगातार बढ़ रहा है। सोमवार 27 अप्रैल की देर रात पन्ना पार्क से एक बड़ी खुशखबरी आई है। पार्क के हिनौता गेट स्थित हाथी कैम्प में युवा हथिनी मोहनकली ने 90 किलो वजनी एक मादा शिशु को जन्म दिया है। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों पूर्णतः स्वस्थ्य हैं। कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन के दौरान पार्क में हाथी के बच्चे के जन्म लेने पर पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने ख़ुशी जाहिर की है। इस प्यारी सी नन्ही परी के आने के बाद पीटीआर में अब हाथियों के कुनबे की सदस्य संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
हथिनी मोहनकली का नवजात मादा शिशु।
पन्ना टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि हथिनी मोहनकली ने लगातार दूसरी बार मादा शिशु को जन्म दिया है, पार्क में हाथियों की वंश वृद्धि के लिहाज से बेशक हमारे लिए यह बड़ी खुशखबरी। नए मेहमान के आने से हिनौता कैम्प रहने वाले सभी हाथी काफी खुश नजर आ रहे हैं। दूसरे हाथियों के द्वारा इस समय इंसानों की तरह मोहनकली और उसके नवजात शिशु का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। 19 वर्षीय युवा हथिनी मोहनकली दूसरी बार माँ बनीं है। इसके पूर्व मोहनकली ने वान्या नामक मादा शिशु को जन्म दिया था। हथिनी वान्या अब 9 वर्ष की हो चुकी है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि मोहनकली के प्रसव के बाद से उसके नवजात शिशु और हथिनी के स्वास्थ्य पर उनके द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है।
फाइल फोटो।
उल्लेखनीय है कि पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों तादाद पिछले कुछ वर्षों से लगातार तेजी से तेजी से बढ़ रही है, जिसमें यहां के हाथियों का भी अहम योगदान है। वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि पार्क के प्रशिक्षित हाथियों का उपयोग बाघों की मॉनिटरिंग, उपचार, ट्रैंकुलाइज (बेहोश) करने, आबादी क्षेत्र में बाघ या तेंदुए के घुसने पर उसे सुरक्षित तरीके से वापस वन क्षेत्र में लाने, मानसून गश्ती आदि कार्यों में होता है। फिलहाल यहां पर 5-6 पूर्ण प्रशिक्षित हाथी इन कार्यों को प्रतिदिन बखूबी अंजाम देते हुए विशाल वन क्षेत्र में बाघ और दूसरे वन्यजीवों की मॉनिटरिंग में पार्क प्रबंधन की मदद कर रहे हैं। बताते चलें कि पन्ना टाइगर रिजर्व दुनिया की सबसे उम्रदराज़ हथिनी वत्सला का घर है। पार्क के हिनौता गेट के समीप बने हाथी कैम्प में रहने वाली इस हथिनी की आयु 100 वर्ष से भी अधिक बताई जाती है। जबकि हाथियों की औसत आयु 65-70 वर्ष होती है।

इनका कहना है –

“पन्ना टाइगर रिजर्व के हिनौता कैम्प में युवा हथिनी मोहनकली ने 27 अप्रैल की देर रात एक मादा शिशु को जन्म दिया है। माँ-बच्चा पूर्णतः स्वस्थ हैं। पार्क में अब हाथियों की कुल संख्या बढ़कर 15 हो गई है। मादा बच्चे के जन्म की खबर हमारे लिए ख़ुशी की बात है। पन्ना पार्क के कुशल प्रबंधन, बेहतर मॉनिटरिंग और फील्ड स्टॉफ की कड़ी मेहनत का ही यह प्रतिफल है कि यहाँ बाघों के साथ-साथ दूसरे वन्यजीवों और हाथियों को अनुकूल वातावरण मिलने से उनकी तादाद लगातार बढ़ रही है।” 

– के. एस. भदौरिया फील्ड डॉयरेक्टर पीटीआर पन्ना।