जंगल के ‘‘हरे सोने‘‘ से होगी 30 करोड़ की कमाई

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पन्ना को मिला 62 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य

जिले की 32 वनोपज समितियों के तेंदूपत्ता की हुई अग्रिम नीलामी

पन्ना। रडार न्यूज जंगल का हरा सोना कहलाने वाले तेंदूपत्ता संग्रहण से इस बार पन्ना जिले को करीब 30 करोड़ का राजस्व मिलने का अनुमान है। वनोपज संघ भोपाल से जिले को वर्ष 2018 के लिए 62 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का टारगेट मिला है। जिसमें उत्तर वन मण्डल पन्ना के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण हेतु 40500 मानक बोरा का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जबकि दक्षिण वन मण्डल के लए 21500 मानक बोरा का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कई वर्ष बाद शासन द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण की दर 1250/- रूपये प्रति रूपये मानक बोरा से बढ़ाकर इस साल 2000/- रूपये प्रति मानक बोरा स्वीकृति की गई है। चुनावी वर्ष में संग्रहण दर में हुई भारी वृद्धि से संग्राहकों में खुशी की लहर देखी जा रही है। इसके अलावा संग्राहकों को शासन ने चप्पल, पानी की कुप्पी व महिलाओं के लिए साड़ी वितरित करने का भी ऐलान किया है। संग्रहण दर में हुए इजाफे और सामग्री वितरण के फलस्वरूप वन विभाग के अफसरों को इस साल तेंदूपत्ता का संग्रहण निर्धारित लक्ष्य से अधिक होने की उम्मीद है। लक्ष्य अनुसार तेंदूपत्ता संग्रहण की पूर्ति हेतु जिले के दोनों सामन्य वनमण्डलों ने कार्ययोजना तैयार कर प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। उत्तर वनमण्डल के डीएफओ नरेश कुमार यादव से मिली जानकारी के अनुसार जिला वनोपज यूनियन मर्यादित उत्तर वनमण्डल के अंतर्गत आने वाली सभी 18 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के तेंदूपत्ता लाटों की बिक्री गत् वर्षों की तरह इस वर्ष भी अग्रिम निविदा में सम्पन्न हो चुकी है। इस बार भी उत्तर वनमण्डल के तेंदूपत्ता की खरीदी को लेकर इस व्यवसाय से जुड़े लोगों ने खासी दिलचस्पी दिखाई है। उत्तर वनमण्डल की दहलान चैकी समिति के तेंदूपत्ता को सर्वाधिक 5497/- रूपये मानक बोरा की दर से मेसर्स शाहा इंटरप्राईजेज कोलकाता ने खरीदा है। जबकि बनहरीकला समिति के तेंदूपत्ता को सबसे कम 2999/- रूपये प्रति मानक बोरा की दर पर मेसर्स शेषमनी दुबे रीवा मध्यप्रदेश ने क्रय किया है। दक्षिण वनमण्डल की डीएफओ एवं प्रबंध संचालक श्रीमती मीना मिश्रा ने बताया कि जिला यूनियन के अंतर्गत आने वाली 14 समितियों के लाटों की बिक्री अग्रिम निविदा में सम्पन्न हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि इस बार दक्षिण वनमण्डल की अमानगंज बफरजोन समिति के तेंदूपत्ता को सर्वाधिक 6008/- रूपये प्रति मानक बोरा की दर पर मेसर्स शांति बीड़ी वक्र्स सतना मध्यप्रदेश ने खरीदा है। अग्रिम निविदा में नीलाम हुये लाटों में शाहनगर समिति के तेंदूपत्ता को सबसे कम 2599/- रूपये प्रति मानक बोरा के मूल्य पर मेसर्स भोला ट्रेडर्स टीकमगढ़ मध्यप्रदेश ने क्रय किया है।

मई में होगी तेंदूपत्ता की तुड़ाई

वनोपज संघ भोपाल के निर्देशानुसार शाखकर्तन सम्पन्न कराया जा चुका है। शाखकर्तन कार्य के अंतर्गत जंगल में तेंदूपत्ता के पेड़ों की झाड़ियों की कांटछांट की जाती है, ताकि बड़ी तादात में नई कोपलें फूटे और गुणवत्तायुक्त तेंदूपत्ता के उत्पादन में वृद्धि संभव हो सके। शाखकर्तन कार्य के 45 दिन बाद तेंदूपत्ता की तुड़ाई (संग्रहण) करने का प्रावधान है। जिसे दृष्टिगत् रखते हुए तेंदूपत्ता का संग्रहण लगभग मई माह के मध्य में प्रारंभ होने की संभावना जताई जा रही है। उत्तर वन मण्डल पन्ना के तेंदूपत्ता शाखा प्रभारी रमेश तिवारी का कहना है कि तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य शुरू होना और लक्ष्यपूर्ति मौसम के मिजाज पर निर्भर है। आने वाले दिनों में यदि अच्छी धूप खिली और मौसम अनुकूल रहा तो बीड़ी बनाने के लिए गुणवत्तायुक्त तेंदूपत्ता के बम्फर उत्पादन की उम्मीद की जा सकती है। श्री तिवारी ने बताया कि वर्ष 2017 में तेंदूपत्ता संग्रहण से उत्तर वन मण्डल को करीब 16 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं दक्षिण वन मण्डल ने पिछले साल लगभग 12 करोड़ की कमाई की थी।

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