किसान आक्रोश आंदोलन : बिजली बिल जलाने पर भाजपाइयों और पुलिस के बीच हुई झड़प, कांग्रेस ने भाजपा के प्रदर्शन को बताया नौटंकी, कांग्रेसी बोले- “किसानों की चिंता है तो मोदी सरकार के खिलाफ करें प्रदर्शन”

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पन्ना में किसान आक्रोश आंदोलन को संबोधित करते खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा।

* प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में भाजपा ने किया प्रदर्शन

* किसानों और आमजन के साथ धोखाधड़ी करने के लगाए आरोप

पन्ना। (www.radarnews.in) प्रदेश व्यापी किसान आक्रोश आंदोलन के तहत सोमवार को पन्ना में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। बीजेपी ने प्रदेश की सरकार पर दो लाख तक की फसल ऋण माफ़ी, बिजली बिल हाफ करने के मुद्दे पर किसानों से वादखिलाफ़ी करने और बाढ़ तथा अतिवृष्टि से 32 जिलों में बर्बाद हुई खरीफ की फसलों का मुआवजा न देने का आरोप लगाया है। प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के दवारा बिजली के बिलों को जलाकर विरोध दर्ज कराने के दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गई। नवीन कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदेश सरकार के खिलाफ तीखी नारेबाजी करते हुए भाजपाइयों ने जैसे ही बढ़े हुए बिजली बिलों में आग लगाई वैसे ही पुलिस ने उन पर पानी डाल दिया। इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों से तीखी नोंकझोंक हो गई। तनाव के बीच क्षेत्रीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने स्थिति को संभालते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को समझाइश देकर प्रदर्शन को समाप्त कराया।

कर्जमाफी न होने से बने डिफॉल्टर : सांसद 

भारतीय जनता पार्टी द्वारा सोमवार 4 नवम्बर को संपूर्ण मध्यप्रदेश में विशाल किसान आक्रोश आंदोलन का आवाहन किया गया था। इसी क्रम में पन्ना की इन्द्रपुरी कॉलोनी स्थित चन्द्रशेखर पार्क के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार की वादखिलाफ़ी और जन विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना दिया। धरना-प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में पिछले दस माह से कांग्रेस की सरकार है। निश्चित ही कांग्रेस के पास सरकार चलाने के लिए अपना स्वयं का बहुमत नहीं है इसलिए वह अन्य दलों और निर्दलीय विधायकों की मान-मनुहार पर टिकी हुई है। भारतीय जनता पार्टी ने निरंतर एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है। कांग्रेस ने किसानों से वादा किया था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया जायेगा। लेकिन आज तक कर्जमाफी नहीं हुई। किसान दोहरे और तिहरे धोखे का शिकार हुआ है। पहला कर्जमाफी के झूठ ने उसे डिफाल्टर बना दिया और वह आगामी फसल के लिए खाद-बीज खरीद नहीं पा रहा है । वहीं दूसरी ओर बैंक वाले वसूली के नोटिस भेज कर किसान के पीछे पड़ गए हैं।

कांग्रेस ने नहीं निभाया वचन

भाजपा नेताओं ने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में म.प्र. के सभी किसानों का दो लाख रूपये तक का कर्ज माफ करने का वचन दिया था लेकिन अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के वचन पर भी कांग्रेस सरकार खरी नहीं उतरी और उसने 10 माह तक किसी भी किसान का कर्ज माफ नहीं किया है। पिछले दिनों मध्यप्रदेश के किसानों पर भारी वर्षा के कारण भीषण बाढ़ का कहर टूटा इस बाढ़ में मध्यप्रदेश के 32 जिलों के किसानों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया किसानों की सोयाबीन मूंग-उड़द-कपास और मक्का जैसी खरीफ की फसल जो खेतों में पड़ी थी वह पूरी तरह नष्ट हो गई और घर में रखा गेंहू-सरसों-चना भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया । कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में गरीबों किसानों के बिल हाफ करने का वादा किया था लेकिन सरकार बनने पर इस वादे को हवा में उड़ा दिया बल्कि गरीब और किसानों को बड़े-बड़े बिल थमा दिए।

किसानों की सुध लेने की नहीं फुर्सत : गौतम

भाजपा जिला अध्यक्ष पन्ना सतानंद गौतम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई तभी से प्रदेश के किसानों पर उपेक्षा के बादल मंडराने लगे है। कांग्रेस से चुनाव से पहले जो वादे किये थे वह सभी वादों से मुकर गई है। मध्यप्रदेश में जब भाजपा की सरकार हुआ करती थी तब कोई भी विपत्ति आने पर मुख्यमंत्री सबसे पहले पहुंचते थे। लेकिन अब तक तो कांग्रेस के मंत्री-विधायकों ने किसानों की समस्याओं की सुध तक नहीं ली। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी खेतों में नहीं पहुंचे, ये है कांग्रेस की सरकार ?

इनकी रही उपस्थिति

ज्ञापन सौंपने के लिए पैदल मार्च कर नवीन कलेक्ट्रेट भवन जाते भाजपा नेता।
धरना-प्रदर्शन को भाजपा के नेता जय प्रकाश चतुर्वेदी, पूर्व विधायक राजेश वर्मा, संजय नगायच, माधवेन्द्र सिंह, आशीष तिवारी, सुदीप श्रीवास्तव, श्रीमती रूप नगायच, बृजेन्द्र गर्ग, श्रीकांत त्रिपाठी, निजाम खान, उमेश शर्मा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रविराज यादव, राजेश गौतम, महेन्द्र बागरी, गोरेलाल अहिरवार, नेमीचंद्र जैन, गुलाब सोनी, नारायण शाह, मलखान सिंह, रामलाल लखेरा, संजीत सरकार, तरूण पाठक, मोहन लाल कुशवाहा, बृजेन्द्र मिश्रा, संतोष सोनी, अमित गुप्ता, अनिल सिंह बुन्देला, विजय श्रीवास्तव, बाल कृष्ण शुक्ला, जमुना खटीक रामायण लोधी, माधवेन्द्र सिंह मद्दू सोनी, राजेन्द्र कुशवाहा, प्रशांत चतुर्वेदी, रामकरण द्विवेदी, राजू चौबे, प्रदीप अवस्थी, अनुराग पाठक, लल्लू लाल रावत, दिलीप शिवहरे, रिंकू तिवारी, कान्हू राजा, दुर्गेश शिवहरे, अमिता बागरी, वीरू चतुर्वेदी, केश कुमार लोधी, कैलाश गुप्ता, राकेश शर्मा, तिलक राज शर्मा, दीपक शर्मा, पार्थ महदेले आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें : मनोज

कांग्रेस नेता मनोज गुप्ता ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह किसान आक्रोश आंदोलन के नाम पर किसानों और आमजनता को गुमराह कर रही है। भाजपा के नेता प्रदेश को केंद्र से राहत राशि जानबूझकर नहीं दिलवा रहे है, ताकि आपदा प्रभावित किसानों को राहत नहीं मिले और इस स्थिति में वे आक्रोशित हों। जिसका राजनैतिक लाभ उठाया जा सके। कांग्रेस नेता श्री गुप्ता ने कहा कि भाजपाई घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें और केन्द्र की मोदी सरकार से मध्यप्रदेश को राहत राशि सहित विभिन्न मदों में लंबित राशि दिलवाने में मदद करें ताकि किसानों को तत्परता से राहत पहुंचाई जा सके। आपने बताया कि अतिवृष्टि से प्रदेश में फसलों को 50 प्रतिशत से अधिक नुकसानी के बाबजूद केंद्र की मोदी सरकार द्वारा अब तक किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं दी गई। भाजपा के नेताओं को यदि वाकई किसानों की चिंता है तो उन्हें मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव करने के मामले में केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करना चाहिए।

21 लाख किसानों का कर्जा हुआ माफ़ : शुक्ला

कांग्रेस नेता आनंद शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के 21 लाख किसानों की अब तक कर्जमाफी हो चुकी है, बाबजूद इसके भाजपा के नेता कर्जमाफी के नाम पर सरासर झूठ बोल रहे हैं। जिन किसान परिवारों को कर्जमाफी का लाभ मिला है उन्हें पता चल गया है कि भाजपाई किस हद तक झूठ बोलते हैं। आपने कहा कि किसानों पर गोलियां चलवाने वाली पार्टी के नेताओं द्वारा किसानों के मुद्दों पर प्रदर्शन के नाम पर सिर्फ राजनैतिक नौटंकी की गई। मध्यप्रदेश में कमलनाथ जी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार के खिलाफ इनके पास कोई ठोस मुद्दा ही नहीं है। क्योंकि हमारी सरकार के द्वारा आम नागरिकों से किए गए वचनों को पूरी ईमानदारी के साथ पूरा किया जा रहा है। बिजली बिल हाफ करने के लिए प्रदेश सरकार वचनवद्ध है। श्री शुक्ला ने कहा कि खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा को चाहिए कि वे केन्द्र की सरकार से यह सवाल पूंछें कि मध्यप्रदेश में इतनी बड़ी आपदा आने के बाद भी प्रदेश को किसी तरह की कोई आर्थिक मदद अब तक क्यों नहीं दी गई।