पन्ना टाइगर रिजर्व में कल तेंदुआ मृत मिला और आज बाघ की संदिग्ध मौत, शव कंकाल में तब्दील होने पर कई दिनों बाद चला मौत का पता

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पन्ना टाइगर रिजर्व की गहरीघाट रेन्ज अंतर्गत मृत मिले नर का कंकाल में तब्दील हो चुका शव।

* बाघों की सुरक्षा और निगरानी की व्यवस्था में एक बार फिर बड़ी चूक उजागर

* गहरीघाट रेन्ज की मझौली बीट अंतर्गत क्षत-विक्षत हालत में मिला नर बाघ का शव

* महीने भर पूर्व रेडियो कॉलर वाली बाघिन पी-213 की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी मौत

* महज़ आठ माह के अंदर चार बाघों की संदेहास्पद मौत को लेकर सवालों के घेरे में पार्क प्रबंधन

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। महीने भर में आज यहां एक और बाघ की मौत होने पता चला है। पार्क की गहरीघाट रेन्ज की मझौली बीट के वन कक्ष क्रमांक- पी-511 में एक नर बाघ का कंकाल मिलने से हड़कम्प मचा है। बाघ का शव बेहद क्षत-विक्षत हालत में मिलने और उससे भीषण दुर्गन्ध उठने से मृत्यु 5-6 दिन पूर्व होने का अनुमान लगाया जा रहा है। लगभग 5 वर्ष की आयु वाले इस व्यस्क बाघ की मौत का पता भी कई दिनों बाद चलने से पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की सुरक्षा और निगरानी की व्यवस्था से जुड़ी बड़ी चूक एक बार फिर उजागर हुई है। पार्क के कोर क्षेत्र में बाघों की मौत की घटनाओं पर फील्ड स्टॉफ की एक ही तरह की लापरवाही बार-बार सामने आने से बाघों की मॉनिटरिंग व्यवस्था की स्थिति अत्यंत ही लचर होने का पता चलता है। चिंताजनक बात ये है कि पार्क प्रबंधन तमाम प्रयासों के बाद भी अब तक इसमें सुधार करने नाकाम साबित हुआ है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक के. एस. भदौरिया।
पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक के. एस. भदौरिया ने जानाकरी बताया कि गहरीघाट रेन्ज की मझौली बीट में सोमवार 27 जुलाई को नर बाघ का शव मिलने की सूचना पर पन्ना टाइगर रिजर्व के उप संचालक एवं वन्यप्राणी चिकित्सक डॉक्टर संजीव गुप्ता ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर मौके का जायजा लिया। आसपास के इलाके में डॉग स्क्वाड से सर्चिंग कराई गई लेकिन कहीं अवैध गतिविधि के कोई साक्ष्य नहीं मिले। उनके अनुसार प्रथम दृष्टया बाघ की मौत अन्य किसी बाघ से संघर्ष में होना प्रतीत होता है। क्योंकि उसके सभी अवयब सुरक्षित मिले हैं। घटनास्थल के आसपास बाघ के पगमार्क, खरोंच, बैठक के निशान एवं जमीन पर सूखा ब्लड पाया गया। उल्लेखनीय है कि मृत नर बाघ का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके शव को जंगल में ही जलाकर नष्ट किया गया।

बाघों का कुनबा बढ़ने से बढ़ रहा है संघर्ष

सांकेतिक फोटो।
क्षेत्र संचालक के. एस. भदौरिया ने बताया कि पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत फेस-4 की मॉनिटरिंग के दौरान कोर क्षेत्र में 39 व्यस्क-अर्धवयस्क बाघ पाए गए हैं। जिसका घनत्व 6.05 से 6.09 प्रति 100 वर्ग किलोमीटर है। जबकि क्षेत्रफल के हिसाब से टाइगर रिजर्व की धारण क्षमता 30 बाघ की है। अर्थात पार्क के कोर क्षेत्र में क्षमता से अधिक बाघों का रहवास होने से उनके बीच इलाके पर वर्चस्व लेकर आपसी संघर्ष बढ़ रहा है। बताते चलें कि पन्ना पार्क में एक माह में बाघ की मौत की यह दूसरी बड़ी घटना है। इसके पूर्व 28 जून को पार्क की पन्ना कोर रेन्ज की बीट महुआमोड़ के वन कक्ष क्रमांक-पी-1345 में बाघिन पी-213 की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला प्रकाश में आया था। रेडियो कॉलर वाले बाघों की 24 घण्टे निगरानी करने वाले टाइगर ट्रेकिंग दल को इस बाघिन की मौत की भनक कई घण्टे बाद लगी थी। जबकि बाघों के पीछे-पीछे वाहन में सवार होकर चलने वाले टाइगर ट्रेकिंग दल की जिम्मेदारी उनके प्रत्येक मूवमेंट पर हर समय पैनी नजर रखते हुए उनके रेडियो कॉलर के सिग्नल की जांच करते रहना है। पिछले आठ माह में पन्ना पार्क में अब तक चार बाघों की संदेहास्पद होना राष्ट्रीय पशु की सुरक्षा एवं मॉनिटरिंग में बरती जा रही लापरवाही को लेकर चिंताओं को बढ़ाने के साथ-साथ कई तरह के गंभीर सवाल खड़े करता है।

एक दिन पूर्व मिला था तेंदुए का शव

फाइल फोटो।
पन्ना टाइगर रिजर्व की पन्ना बफर रेन्ज की बीट बांधीकला उत्तर में रविवार 26 जुलाई को एक व्यस्क नर तेंदुए का शव भी कंकाल की हालत में मिला था। शव के क्षत-विक्षत होने और उससे भीषण दुर्गन्ध उठने से तेंदुए की मौत भी कई दिन पूर्व होने का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल तेंदुए की मौत की वजह पता नहीं चल सकी। लेकिन पार्क प्रबंधन ने तेंदुए शिकार की घटना से इंकार करते हुए बताया कि उसके सभी अवयब सुरक्षित पाए गए हैं। तेंदुए की मौत झाड़ियों के अंदर होने के कारण शव से दुर्गन्ध उठने पर घटना का पता चलने की बात कही जा रही है। मालूम हो कि संदिग्ध परिस्थितियों में मृत तेंदुए की मौत की जानकारी पार्क प्रबंधन के द्वारा मीडिया से छिपाई गई। घटना के दूसरे दिन सोमवार को भी प्रबंधन ने इसका प्रेस नोट जारी नहीं किया।