रूस में कोरोना से पन्ना के हीरा मिस्त्री यशवंत का निधन, पार्थिव शरीर रविवार को भारत पहुँचेगा

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पन्ना जिले के ग्राम धरमपुर निवासी हीरा मिस्त्री यशवंत सोनी का जीवित अवस्था का चित्र।

*   जिले की अजयगढ़ तहसील के ग्राम धरमपुर के निवासी हैं यशवंत

*   श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप के विशेष प्रयास से भारत पहुँचेगा पार्थिव शरीर

पन्ना/भोपाल। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की तहसील अजयगढ़ के ग्राम धरमपुर निवासी यशवंत सोनी पिता रामदास सोनी 37 वर्ष रूस में रहकर हीरा मिस्त्री का कार्य कर रहे थे। बीते दिनों उनका कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के कारण उनका पार्थिव शरीर भारत नहीं आ पा रहा था। यशवंत के परिवार के सदस्यों ने क्षेत्रीय विधायक एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह से संपर्क कर जानकारी उनके संज्ञान में लाई गई। श्रम मंत्री श्री सिंह ने विदेश मंत्रालय, पीएमओ कार्यालय से संपर्क कर श्री सोनी के पार्थिव शरीर को रूस से भारत लाए जाने के लिये अनुरोध किया।
श्रम मंत्री श्री सिंह द्वारा किये गये प्रयासों से यशवंत सोनी का पार्थिक शरीर रविवार 13 जून को रूस से भारत पहुँचेगा और दिल्ली में उनके परिवार को सुपुर्द किया जायेगा। श्रम मंत्री सिंह ने पार्थिव शरीर को भारत लाने में भारत सरकार द्वारा की गई कार्यवाही के लिये आभार व्यक्त किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोनी परिवार के शोक संतृप्त सदस्य अपने बेटे की पार्थिव देह को प्राप्त करने के लिए आज शाम दिल्ली के लिए के रवाना हो गए।

हीरा तराशने में था हुनरमंद

उल्लेखनीय है कि, पन्ना जिले के छोटे से गांव धरमपुर के निवासी युवा यशवंत सोनी पिछले कई वर्षों से हीरे तराशने का काम कर रहे थे। पहले वह मुम्बई में रहकर लम्बे समय तक हीरों की कटिंग-पॉलिशिंग का काम करता रहा। अनगढ़ हीरों को तराशने के ग़जब के हुनर के चलते यशवंत को बाद में रूस में काम करने का मौका मिला। उसे करीब से जानने वाले ने पन्ना के एक हीरा कारोबारी ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि यशवंत के हाथों में मानों कोई जादू था, अनगढ़ हीरे को तराशने के शिल्प कौशल में दक्ष होने के साथ-साथ वह गज़ब का हीरा पारखी था।