पन्ना : मातमी माहौल में चींख-पुकार और आंसूओं के सैलाब के बीच अंतिम विदाई, जिले में 9 गांवों 9 चिताओं पर 9 दंपत्ति का दाह संस्कार

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उत्तराखण्ड बस हादसे में मृत तीर्थयात्रियों की अंतिम यात्रा में मोहन्द्रा ग्राम में सैंकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग और क्षेत्रवासी शामिल हुए।

*   उत्तरकाशी बस हादसे में सांटा बुद्धसिंह गांव के 8 तीर्थयात्रियों ने गंवाई थी जान

*   सांटा में 8 और मोहन्द्रा से 4 अर्थियां उठने से सदमे में डूबे दोनों गांव के रहवासी

पन्ना/मोहन्द्रा। (www.radarnews.in) उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में हुए बस हादसे ने पन्ना समेत पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। हादसे में मृत तीर्थयात्रियों की मंगलवार 7 जून की सुबह जब चिताएं जलीं तो हर किसी की आंख से आंसू बहने लगे। इस भयानक हादसे में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी जिनमें मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के 24 तीर्थयात्री शामिल हैं। इनके शव वायुसेना के विशेष विमान के माध्यम से सोमवार शाम को देहरादून से खजुराहो एयरपोर्ट लाए गए थे। बाद में एंबुलेंस की मदद से देर शाम शवों को गृह ग्राम के लिए ससम्मान रवाना कर परिवारजनों के सुपुर्द किया गया था। सुबह परिजनों ने बेहद ग़मगीन माहौल में नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। चींख-पुकार और आंसुओं के सैलाब के बीच जिले के 9 गांवों में 9 चिताओं पर 9 दंपत्ति का दाह संस्कार किया गया। जिले के सांटा बुद्धसिंह गांव के सबसे ज्यादा 8 लोग हादसे का शिकार हुए हैं। यहां मंगलवार सुबह कुछ अंतराल से 8 अर्थियां उठीं, जिसे देख लोगों का हृदय चीत्कार कर उठा। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। मृत तीर्थयात्रियों में सांटा के 8 लोगों के आलावा 2 पवई, 2 सिमरिया, 1 चिखला, 4 मोहन्द्रा, 2 कुंवरपुर, 2 कोनी, 1 ककरहटा, 2 उड़ला गांव के थे।

बिलख-बिलख कर रोए परिजन

सिमरिया तहसील के गांव बुद्ध सिंह सांटा का दृश्य सबसे सबसे ज्यादा हृदय विदारक रहा। यहां के 8 तीर्थयात्रियों की मौत से गांव में रविवार शाम से ही मातम पसरा है। जिसमें 6 लोग एक ही परिवार के हैं। मंगलवार की सुबह जैसे ही द्विवेदी परिवार की एक साथ 6 अर्थियां उठी, परिजन बिलख-बिलख कर रोने लगे और अंतिम यात्रा में शामिल रहे लोगों की आंखें भर आईं। कुछ दिन पूर्व जिन्हें ख़ुशी-ख़ुशी तीर्थयात्रा पर रवाना किया था उन्हें इतनी जल्दी और इस तरह अंतिम विदाई देनी पड़ेगी किसी ने भी यह सोचा नहीं था। हादसे में अपने माता-पिता को खोने वाले द्विवेदी परिवार के युवा और बच्चे गहरे सदमे में हैं। सांटा के द्विवेदी परिवार के तीन दंपती इस यात्रा में शामिल थे। तीनों दंपती की चिताएं एक साथ जलीं। बुद्धसिंह साटा गांव के योगेश द्विवेदी ने बताया कि सबसे पहले ग्रामीणों ने डॉक्टर साहब राजाराम सिंह, उनकी पत्नी गीता सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम संस्कार कराया। इसके बाद द्विवेदी परिवार की 6 अर्थियां सोनार-ब्यारमा नदी के संगम के पास मुक्ति धाम लेकर पहुंचे और अंतिम संस्कार किया। वेद नारायण ने बताया कि 6 लोगों के लिए चार चिताएं बनाई गई। पहली चिता में दिनेश प्रसाद द्विवेदी, पत्नी प्रभा द्विवेदी, दूसरी चिता में उनकी मां, तीसरी चिता में चचेरे भाई हरि नारायण द्विवेदी, उनकी पत्नी हरि बाई, चौथी चिता में भाई रूपनारायण का दाह संस्कार किया गया।

अंतिम यात्रा में शामिल हुआ पूरा गांव, बंद रहा बाजार

उत्तराखण्ड हादसे में मोहन्द्रा के चार तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। चारों व्यक्ति कटेहा परिवार के सदस्य थे। मंगलवार की सुबह गांव की एक ही गली से महज कुछ मीटर की दूरी से जब मेनका प्रसाद कटेहा व सरोज बाई कटेहा और बांके बिहारी व रामसखी कटेहा की अर्थी उठी तो पूरा गांव उन्हें अंतिम विदाई देने उमड़ पड़ा। एक ही परिवार से एक साथ चार अर्थियां उठने का पीड़ादायक मंजर मोहन्द्रा के लोगों ने शायद इससे पहले कभी नहीं देखा। मातम में डूबे मोहन्द्रा में मंगलवार को तीर्थयात्रियों के अंतिम संस्कार के समय पूरा बाजार बंद रहा। शोक स्वरूप स्थानीय दुकानदारों ने दाह संस्कार होने तक अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद रखा। हजारों लोगों की मौजूदगी के बीच बेहद ग़मगीन माहौल में स्थानीय मुक्तिधाम में मृतकों- मेनका प्रसाद कटेहा व सरोज बाई कटेहा को उनके इकलौते पुत्र शिव गोविंद कटेहा ने जबकि बांके बिहारी व रामसखी कटेहा को उनके इकलौते पुत्र सत्येंद्र कटेहा द्वारा मुखाग्नि दी गई। घर के बुजुर्गों (माता-पिता) को असमय खोने के बाद से कटेहा परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

अंतिम संस्कार में शामिल हुए सांसद व कांग्रेस नेतागण

शोक संतृप्त परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बांधते हुए सांसद विष्णु दत्त शर्मा एवं भाजपा नेतागण।
उत्तराखण्ड बस हादसे में मृत श्रद्धालुओं की अन्त्येष्टि में सैंकड़ों लोगों के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र सिंह, गुनौर विधायक शिवदयाल बागरी, पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री मुकेश नायक सहित दोनों पार्टियों के नेतागण, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा और कांग्रेस नेताओं ने शोकाकुल परिवारों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। अपनी संवेदना व्यक्त की। इसके पूर्व रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हादसे में मृत तीर्थयात्रियों की पार्थिव देह को लेकर भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से देहरादून से खजुराहो पहुंचे थे। और उन्होंने विमान से सभी शवों को उतारकर संम्मानपूर्वक एम्बुलेंस के माध्यम से उनके गृह ग्राम पृथक-पृथक रवाना किया था।
उत्तराखण्ड बस हादसे में मृत तीर्थयात्रियों के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि के चेक सौंपते हुए पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना।
मृतकों की शवयात्रा में शामिल होने एवं शोक संवेदनाएं प्रकट करने वालों में भाजपा जिलाध्यक्ष राम बिहारी चौरसिया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष शारदा पाठक, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल तिवारी, पूर्व विधायक राजेश वर्मा, भुवन विक्रम सिंह, जिला कांग्रेस प्रवक्ता डी.के. दुबे, भाजयुमो जिलाध्यक्ष भास्कर पांडे, पुष्पराज सिंह परमार आदि शामिल रहे। वहीं रविवार शाम को हादसे की खबर आने के बाद से ही सागर संभाग आयुक्त मुकेश शुक्ला, पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना सहित जिले के अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी शोक संतृप्त परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बांधने, शवों को ससम्मान गृह ग्राम पहुँचाने और पीड़ित परिजनों को हर संभव मदद पहुँचाने में जुटे रहे।