पीएम मोदी पर पटैरिया के विवादित बयान का मामला : PWD सब इंजीनियर और टाइम कीपर सस्पेंड

0
861
पवई स्थित लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में आयोजित कांग्रेस पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजा पटैरिया। (फाइल फोटो)

पन्ना कलेक्टर ने कहा- पवई के रेस्ट हाउस में बिना अनुमति हुआ था कार्यक्रम

शादिक खान, पन्ना/रवि शंकर सोनी, पवई । (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजा पटैरिया ने गत दिनों पन्ना जिले के पवई स्थित लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में आयोजित हुई पार्टी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबंध में विवादित बयान दिया था। पटैरिया के भाषण के वायरल वीडियो में वे यह कहते हुए दिख रहे हैं कि संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो, हत्या इन द सेंस उन्हें चुनाव हारने का काम करो। अब इस मामले में पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने कार्रवाई करते हुए पीडब्ल्यूडी के उपयंत्री एवं पवई रेस्ट हाउस प्रभारी संजय खरे तथा टाइम कीपर रणधीर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। क्योंकि रेस्ट हाउस में बिना अनुमति के कार्यक्रम आयोजित करने दिया गया था।

क्या है पूरा मामला

उल्लेखनीय है कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पवई के द्वारा रविवार 11 दिसंबर 2022 को स्थानीय रेस्ट हाउस में मण्डलम-सेक्टर स्तरीय पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। बैठक का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजा पटैरिया यह कहते हुए दिख रहे हैं कि- “मोदी इलेक्शन खत्म कर देगा। मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर बांट देगा। दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का भावी जीवन खतरे में है। संविधान यदि बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो, हत्या इन द सेंस उन्हें चुनाव हारने का काम करो।” इस बैठक में गुनौर विधायक शिवदयाल बागरी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पन्ना शारदा पाठक, पन्ना जिला कांग्रेस के तत्कालीन प्रभारी मनोज त्रिवेदी सहित पवई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता-पदाधिकारी नजर आ रहे हैं।

रेस्ट हाउस प्रभारी ने दर्ज कराई थी FIR

पन्ना जिले के पवई स्थित सरकारी रेस्ट हाउस जहां कांग्रेस पार्टी की बैठक को लोक निर्माण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने बिना अनुमति आयोजित होने दिया था।
वायरल वीडियो पर पवई-पन्ना से लेकर भोपाल और दिल्ली तक जमकर सियासी बवाल मचा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पटैरिया के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। साथ ही कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद पीडब्ल्यूडी के उपयंत्री एवं पवई रेस्ट हाउस प्रभारी संजय खरे की रिपोर्ट पर स्थानीय पुलिस थाना में दिनांक 12 दिसंबर को पूर्व मंत्री पटैरिया के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक धाराओं में आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया था। पन्ना जिले की पुलिस की टीम ने मंगलवार 13 दिसंबर की सुबह करीब 6 बजे दमोह जिले के हटा क़स्बा पहुंचकर पटैरिया को उनके निज निवास से गिरफ्तार कर लिया था। इसके कुछ घण्टे बाद उन्हें पवई के जेएमएफसी न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने जमानत याचिका ख़ारिज करते हुए पटैरिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में सब जेल पवई भेज दिया था। इसके पूर्व पटैरिया ने अपनी सफाई में भाजपा के नेताओं पर आरोप लगाया था कि उनके वीडियो को गलत ढंग से पेश किया गया है। वीडियो को पूरा सुनने से स्पष्ट होता है कि उनकी मंशा किसी भी तरह की हिंसा या उकसावे की नहीं थी। मैं गांधी को मानने वाला हूं हिंसा की बात क्यों करूंगा। दरअसल, चुनावी समय नजदीक है तो, प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव में हराने की बात कही थी। लेकिन भाजपा के द्वारा दुष्प्रचार कर मुझे और कांग्रेस पार्टी को बदनाम किया गया। 

जांच के बाद किया निलंबित

पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने इस मामले में सरकारी विश्राम गृह (रेस्ट हाउस) के दुरूपयोग और बिना अनुमति कार्यक्रम आयोजित किए जाने को गंभीरता से लेते हुए प्रथम दृष्टया दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की है। कलेक्टर के द्वारा कराई जांच में यह पाया गया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के पवई रेस्ट हाउस में कांग्रेस पार्टी का कर्यक्रम होने दिया था। कलेक्टर ने जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए उपयंत्री एवं पवई रेस्ट हाउस प्रभारी संजय खरे तथा टाइम कीपर रणधीर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 

विषय से संबंधित अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक को क्लिक करें-

प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दिए गए विवादित बयान पर पूर्व मंत्री राजा पटैरिया गिरफ़्तार, कोर्ट ने जमानत याचिका ख़ारिज कर भेजा जेल