पन्ना जिले में कोरोना संक्रमित दूसरा मरीज़ मिला, दिल्ली से लौटे प्रवासी श्रमिक की जाँच रिपोर्ट आई पॉजिटिव ?

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सांकेतिक फोटो।

* जिले के पहले कोरोना मरीज की अंतिम जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया

* कोरोना का पहला मरीज पूर्णतः स्वस्थ होने की ख़ुशी लेकिन दूसरा केस मिलने से चिंता पहले से ज़्यादा बढ़ी 

* सीएमएचओ को नए मरीज के सम्बंध में बुनियादी जानकारी भी नहीं लेकिन इतना पता है कि वह पब्लिक जोन में ज्यादा नहीं रहा

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर अब दो हो गई है। यह महज एक विचित्र संयोग ही है कि शनिवार को जिले के पहले कोरोना संक्रमित युवक की चौथी और अंतिम जाँच रिपोर्ट निगेटिव आने पर जहाँ उसे जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड से छुट्टी दे दी गई। वहीं आज ही एक अन्य प्रवासी श्रमिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे पन्ना लाकर जिला चिकित्सालय में भर्ती करने की तैयारी चल रही है। पन्ना के लोगों के लिए थोड़ी ख़ुशी और ज्यादा चिंता वाली खबर है। क्योंकि लॉकडाउन में बाहर फंसे लोगों की वापसी के चलते जिले में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं, हालाँकि इसकी आशंका शुरू से ही जताई जा रही थी। नए कोरोना मरीज के सम्बंध मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना डॉ. एल. के. तिवारी के द्वारा जारी प्रेस ब्रीफिंग में फिलहाल बहुत ही संक्षिप्त जानकारी दी गई है। उन्होंने एक अन्य कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिलने की तो पुष्टि की है लेकिन उसकी आयु, वह किस तहसील क्षेत्र का रहने वाला है और, कहाँ से और कब आया है, उसकी ट्रेवल हिस्ट्री आदि की सामान्य और बुनियादी जानकारी तक नहीं दी गई। उनके द्वारा अगले दिन रविवार 17 मई को विस्तृत जानकारी देने की बात कही जा रही है।
डॉ. एल. के. तिवारी, सीएमएचओ पन्ना।
गौरतलब है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को यह तो पता है कि जिले में एक अन्य व्यक्ति कोरोना जांच में संक्रमित निकला है मगर शाम 7 बजे तक उन्हें उसके सम्बंध उपरोक्त बुनियादी जानकारी न हो क्या यह संभव है ? गले न उतरने वाली इस बात को अगर सच मान भी लिया जाए तो इससे साबित तो यही होता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा महामारी घोषित कोविड-19 की आपदा के समय जिले के स्वास्थ्य महकमे के मुखिया कितनी सजगता और सक्रियता से कोरोना संकट की रोकथाम के लिए कार्य कर रहे हैं ? दरअसल, वास्तविकता यह है कि अति पिछड़े और राजनैतिक शून्यता वाले पन्ना जिले में कतिपय अधिकारी अफसरशाही वाली मानसिकता और हनक के साथ कार्य कर रहे हैं। उनमें आमजन के प्रति जबावदेही का नितांत आभाव है। सीएमएचओ को दूसरे कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सम्बंध फिलहाल ज्यादा जानकारी भले ही न हो पर उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में एक महत्वपूर्ण जानकारी दावे के साथ अवश्य साझा की है कि उक्त मरीज पब्लिक जोन में ज्यादा नहीं रहा है, इसलिए घबराने की जरुरत नहीं है।
सांकेतिक फोटो।
दूसरे कोरोना केस के सम्बंध में बुनियादी जानकारी देने को लेकर प्रशासनिक अमले ने फिलहाल भले ही चुप्पी साध रखी है लेकिन शनिवार को दोपहर से ही उसके सम्बंध काफी कुछ जानकारी जनचर्चाओं एवं मीडिया रिपोर्ट में निकलकर सामने आ रही है। सूत्रों से मिली अपुष्ट जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित नया मरीज जिले के गुनौर विकासखण्ड का निवासी है। कथित तौर पर वह अपने भाई के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करीब 5 दिन अपने घर पूर्व लौटा था। चूँकि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले बड़ी संख्या में सामने आये हैं इसके मद्देनजर इन दोनों भाईयों के सम्बंध में जानकारी मिलने पर उन्हें गुनौर के छात्रावास में क्वारंटीन किया गया था। लगभग 2 दिन पूर्व इनके सैम्पल लेकर कोरोना जांच हेतु मेडिकल कॉलिज सागर भेजे गए। जिसकी रिपोर्ट आने पर एक युवक पॉजिटिव पाया गया।
फाइल फोटो।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो इसकी जानकारी अधिकारियों को दोपहर में ही मिल गई थी। उधर जिले की अजयगढ़ तहसील क्षेत्र के जिस 32 वर्षीय प्रवासी श्रमिक की चौथी और अंतिम जांच रिपोर्ट आज निगेटिव आई है उसे 14 दिन बाद आज शाम के समय पन्ना जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड से छुट्टी दे दो गई। पन्ना जिले के लोगों और स्वास्थ्य विभाग के लिए यह विचित्र स्थिति ख़ुशी और चिंता दोनों एक साथ लेकर आई है। बताते चलें कि मुंबई से ग्रुप में पन्ना लौटे अजयगढ़ क्षेत्र के एक प्रवासी युवा श्रमिक का सैम्पल कोरोना की जांच हेतु भेजा गया था जिसकी 2 मई को आई रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी। इसके पश्चात उसे दूरस्थ ग्राम बनौली के क्वारंटाइन सेंटर से पन्ना जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया। भर्ती होने 8 दिन पश्चात उसकी दूसरी जांच रिपोर्ट 10 मई को निगेटिव आई, 13 मई को तीसरी जांच रिपोर्ट पुनः पॉजिटिव निकली जबकि आज चौथी और अंतिम जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
पन्ना जिले के पहले कोविड संक्रमित मरीज के पूर्णतः स्वस्थ्य होने पर उसे हॉस्पिटल से विदाई देते हुए पन्ना कलेक्टर एवं सीएमएचओ।
गौरतलब है कि जिले के पहले कोरोना संक्रमित मरीज में इस बीमारी का कोई भी लक्षण शुरू लेकर अब तक नहीं दिखा। वह पूर्णतः स्वस्थ रहा है। अपनी पहली जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर वह खुद भी हैरान रहा है क्योंकि उसे स्वास्थ्य सम्बंधी किसी तरह की कोई भी तकलीफ इन चौदह दिनों में कभी भी नहीं रही। स्वास्थ्य विभाग भी इस बात का दावा करता रहा है।
पन्ना जिले का पहले कोरोना मरीज के पूर्ण स्वस्थ होने के उसे बाद जिला चिकित्सालय से विदाई देते हुए अधिकारीगण।
इस केस को लेकर आमजन को सबसे ज्यादा आश्चर्य तब हुआ था जब 13 मई को उसकी तीसरी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। चौथी और अंतिम जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जिले का पहला कोरोना मरीज पूर्णतः स्वस्थ्य है। अब वह अपने घर पर कुछ दिन होम आइसोलेशन में रहेगा।

कलेक्टर और सीएमएचओ पहुंचे गुनौर

कोविड सेंटर का निरीक्षण करते पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा। (फाइल फोटो)
जिला चिकित्सालय में भर्ती रहे पहले कोरोना मरीज के पूर्णतः स्वस्थ्य होने पर उसकी छुट्टी पश्चात पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, सीएमएचओ डॉक्टर एल. के. तिवारी एवं इलाज करने वाले चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ के द्वारा उसे पुष्पगुच्छ देकर और ताली बजाकर विदाई दी गई। इसके पश्चात सभी अधिकारी तुरंत गुनौर के लिए रवाना हो गए जहाँ छात्रावास में दूसरा कोरोना मरीज आइसोलेशन में है। इसे बेहतर उपचार हेतु सुरक्षित तरीके से पन्ना लाकर जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड में भर्ती करने की तैयारी समाचार लिखे जाने तक चल रही थी। उल्लेखनीय है कि दूसरे राज्यों एवं प्रदेश के अन्य जिलों से लगातर प्रवासी श्रमिकों एवं लोगों की वापसी के चलते पन्ना जिले में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं लॉकडाउन में छूट मिलने से अब पहले की तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। इसके मद्देनजर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु अब पहले से कहीं अधिक सतर्कता-सजगता बरतने की जरुरत है।