बहिनों ने भाई की कलाई पर रेशम की डोर से बाँधा प्यार

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देवेन्द्रनगर में परम्परागत तरीके से मनाया गया रक्षाबंधन

भाइयों ने सुरक्षा के वचन के साथ बहनों को दिए उपहार

देवेन्द्रनगर। रडार न्यूज     भाई-बहिन के पवित्र और भावनात्मक प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन श्रावण माह की पूर्णिमा के दिन रविवार को पन्ना जिले के देवेन्द्रनगर में परम्परागत तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रक्षाबंधन के दिन बहिनों ने भाइयों की कलाई पर रेशम की डोर बांधकर भाई-बहिन के अटूट रिश्ते को और अधिक मजबूत बनाया। वहीं इस अवसर पर भाइयों ने बहिनों को रक्षा का वचन देते हुए उन्हें उपहार भेंट किये। भाई बहिन के पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का विशेष महत्व स्नेह और उत्साह के पर्व के रूप में है। यह साहस,शक्ति,विजय और प्रतिज्ञा का प्रतीक है।यह पवित्र त्योहार भाई बहिन के रिश्ते को सम्पूर्ण सम्मान और स्नेह देता है। शायद इसलिए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रक्षाबंधन का त्यौहार को लेकर भाई बहिनों में अपार उत्साह देखा गया। अन्य त्यौहारों के स्वरूप में भले ही काफी बदलाव आया हो पर भाई बहिन की राखी बांधने की परंपरा आज भी जीवित है। रविवार की सुबह बहिनों ने पूजा अर्चना कर भाई की दीर्घायु के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।ततपश्चात बहिनों ने भाई को तिलक लगाकर उनकी दाहिनी कलाई पर स्नेहरूपी रक्षासूत्र बाँधा और फिर भाइयों का मुंह मीठा कराया। रक्षासूत्र बांधते समय भाई बहिन के पवित्र,भावनात्मक और निश्छल प्रेम की अभिव्यक्ति रेशम की डोर में बंधे इस रिश्ते का सुखद अहसास करा रही थी। भाइयों ने राखी बंधवाने के बाद बहिनों को उपहार देकर उनकी खुशी को दुगुना कर दिया। वहीं रक्षाबंधन त्योहार में बसों में गन्तव्य स्थान में जाने के लिए काफी भीड़ देखी गयी। वहीं मिठाइयों,किराना, वस्त्रों एवं जनरल स्टोर की दुकानों में महिलाओं की भीड़ थी। मैन तिराहे पर लगने वाली दुकानों में चहल पहल देखने को मिली। कुल मिलाकर बहना ने भाई की कलाई में राखी बांधकर अटूट रिश्ते को जीवंत रखा।