सफलता | एटीएम बदलकर कर धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, लाखों की धोखाधड़ी से जुड़ी कई वारदातों का खुलासा

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प्रेसवार्ता में अंतर्राज्यीय गिरोह के पर्दाफाश की जानकारी देते हुए पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी।

* पन्ना के देवेन्द्रनगर में भृत्य के साथ की थी 6 लाख की धोखाधड़ी

* 2 आरोपियों से 1 लाख रुपए, 10 एटीएम कार्ड और कार बरामद

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) एटीएम बूथ पर कभी किसी की मदद के बहाने तो कभी किसी का ध्यान भटकाकर बड़े ही शातिर तरीके से एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के बैंक खाते से राशि निकालने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का मध्य प्रदेश के पन्ना जिले की पुलिस ने पर्दाफाश करने का दावा किया है। इस सिलसिले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान अनुपम उर्फ सूरज तिवारी पिता स्वर्गीय राजेश तिवारी 24 वर्ष एवं राहुल यादव पिता घनशयाम यादव 24 वर्ष दोनों निवासी जिला भदोही उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से 1 लाख रुपए नकद, 10 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल फोन और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है। पकड़े गए आरोपियों ने अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ मिलकर करीब 6 माह पूर्व पन्ना जिले की नगर पंचायत देवेन्द्रनगर में भृत्य के पद पर पदस्थ जगत सिंह घोष पिता राम सिंह घोष का एटीएम बदलकर उनके खाते से 5 लाख 90 हजार रूपए अलग-अलग शहरों के एटीएम से निकाल लिए थे। पुलिस का दावा है कि पूँछतांछ में इन आरोपियों ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के अलावा राजस्थान व दिल्ली में भी एटीएम बदलकर धोखाधड़ी करने की कई वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है। पन्ना जिले के पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने शनिवार 29 जून को प्रेसवार्ता में इस गिरोह के पर्दाफाश को पन्ना पुलिस की बड़ी सफलता बताया है। आपने बताया कि धोखाधड़ी में पर्याप्त रुपए मिलने पर आरोपी अपने घर जाकर ऐश-ओ-आराम करते थे।

शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस

पन्ना जिले की नगर पंचायत देवेन्द्रनगर में भृत्य के पद पर पदस्थ जगत सिंह घोष निवासी ग्राम करहिया ने पुलिस थाना देवेन्द्रनगर में शिकायत दी थी कि अज्ञात व्यक्ति ने उसका एटीएम कार्ड बदलकर दिनाँक 18 जनवरी 2019 से लेकर 06 फरवरी 2019 तक उसके स्टेट बैंक के खाते से 5 लाख 90 हजार रुपए निकाल लिए। यह राशि अलग-अलग शहरों के एटीएम से निकली गई।शिकायत पर धोखाधड़ी और आई.टी. एक्ट की धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने पन्ना एसडीओपी आर. एस. रावत के नेतृत्व में एक टीम गठित की। धोखाधड़ी कर लोगों की मेहनत की कमाई हड़पने वाले अपराधियों पर पैनी नजर रखने तथा उनकी धरपकड़ के लिए बैंक और एटीएम के आसपास सादे कपड़ों में पुलिस जवानों को तैनात किया गया। पुलिस अधीक्षक ने संदेही आरोपियों के सीसीटीव्ही फुटेज प्रसारित कराकर पीड़ित जगत सिंह के बैंक स्टेटमेण्ट के आधार पर रूपए आहरित करने वाले स्थानों पर जानकारी जुटाने एवं प्रचार-प्रसार करने साइबर टीम व टीम प्रभारी को निर्देशित किया। इस बीच मुखबिर ने पुलिस को शनिवार 29 जून को देवेन्द्रनगर थाना अंतर्गत बड़वारा तिराहा पर सफेद रंग की एक कार में संदिग्ध व्यक्तियों के बैठे होने की सूचना दी गई। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और आनन-फानन में मौके पर पहुँचकर घेराबंदी करते हुए कार में सवार दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। इनके चेहरे एटीएम से प्राप्त सीसीटीव्ही फुटेज से मेल खा रहे थे।

दोस्तों संग मिलकर दिया था वारदात को अंजाम

पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों युवकों ने अपने नाम अनुपम उर्फ सूरज तिवारी व राहुल यादव निवासी जिला भदोही उत्तर प्रदेश का होना बताया है। कड़ाई से पूँछताँछ करने पर अनुपम उर्फ सूरज तिवारी ने बताया कि 18 जनवरी 2019 को वह अपने दोस्त राहुल एवं 3 अन्य रत्नाकर सिंह उर्फ भोलू, नीलेश उर्फ रज्जु तिवारी दोनों निवासी जिला भदोही, अंशुमान सिंह निवासी जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश के साथ रीवा,सतना होते हुए देवेन्द्रनगर आया था। वहाँ के एक एटीएम बूथ पर जगत सिंह का एटीएम कार्ड बदलकर ले गए ले गए थे। धोखाधड़ी कर बदले गए कार्ड के जरिए जगत सिंह के खाते से देवेन्द्रनगर, पन्ना, छतरपुर, सागर, भोपाल, उज्जैन, फतेहपुर, इलाहबाद, दिल्ली, भदोही, वाराणसी,आदि स्थानों के एटीएम से 5 लाख 90 हजार रुपये निकाले गए। पुलिस के मुताबिक उक्त राशि में सभी ने एक-एक लाख रुपए आपस में बाँट लिए थे। शेष राशि यात्रा के दौरान खाने-रुकने में खर्च हो गई। पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमाण्ड पर लिया जाएगा। दरअसल इनसे पूँछताँछ में इनके द्वारा अन्य राज्यों में की गई वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।

ध्यान भटकाकर बदलते थे एटीएम

एटीएम बदलकर धोखधड़ी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्य बड़े ही शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। ये लोग अपने सफर के दौरान बीच-बीच में भीड़भाड़ वाले एटीएम बूथों में घुसकर कभी किसी को राशि निकालने में मदद के नाम पर या फिर धक्का देकर एटीएम गिरा देते थे। फिर सामने वाले व्यक्ति का ध्यान भटकाकर बड़ी ही चालाकी के साथ एटीएम बदल लेते थे और उसका पासवर्ड देख लेते थे। बाद में दूसरे स्थान पर नकद राशि निकाल लेते या फिर स्वैप के माध्यम से रकम हड़प लेते थे। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने बताया कि ये उन लोगों को टॉरगेट करते थे जो एटीएम ऑपरेट करने में दक्ष नहीं हैं। धोखाधड़ी में पर्याप्त रुपए मिलने पर ये अपने घर जाकर ऐश-ओ-आराम करते थे। पकड़े गए आरोपियों ने मध्य प्रदेश के मैहर, सतना, रीवा, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, भोपाल, उज्जैन, इंदौर एवं अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली में भी कई स्थानों पर इसी तरीके से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की है। पुलिस कप्तान ने इस गिरोह का पर्दाफाश होने से उन्होंने इस तरह की घटनाओं में विराम लगने की उम्मीद जताई है। पन्ना पुलिस की इस सफलता की छतरपुर रेन्ज के डीआईजी अनिल महेश्वरी ने सराहना करते हुए पुलिस टीम को 20 हजार रुपए के पुरुष्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की है।