किराना व्यापारी के घर में घुसे बदमाशों ने किया फायर, परिजनों ने दो हमलावरों को पकड़कर अवैध कट्टा समेत पुलिस को सौंपा

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किराना व्यापारी एवं उनके परिजनों द्वारा दबोंचे गए हमलावर एवं उनके कब्जे से जप्त अवैध कट्टा। (फाइल फोटो)

* अफ़रा-तफरी के बीच मौके से भाग निकले दो बदमाश

* गुनौर थाना क्षेत्र अंतर्गत लुहरगांव की घटना

* आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस पर मनमाफिक रिपोर्ट लिखने का आरोप

पन्ना/गुनौर।(www.radarnews.in) जिले में पिछले कुछ समय से अपराधियों की हौसले काफी बुलंद है। अपराधी जिस तरीके से बेखौफ अंदाज में लगातार सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं उससे आमजन में भय और दहशत का माहौल है। जिले के गुनौर थाना अंतर्गत लुहरगांव में ऐसी ही एक घटना प्रकाश में आई है। गांव के एक किराना व्यापारी के घर में कथित तौर पर लूटपाट के इरादे घुसे चार युवकों के द्वारा फायर किया गया। इस जानलेवा हमले में किराना व्यापारी का पुत्र बाल-बाल बच गया। जान बचाने की जद्दोज़हद में पीड़ित परिजनों ने साहस के साथ बदमाशों का मुकाबला करते हुए दो हमलावरों को कट्टे समेत धर दबोंचा। जबकि दो आरोपी मौके से भाग निकले। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस के हवाले करते हुए घटना की लिखित शिकायत थाना में दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार 14 अगस्त की रात लगभग 10 बजे बालकिशुन प्रजापति पिता बृजलाल प्रजापति 45 वर्ष निवासी ग्राम लुहरगांव अपने घर में स्थित किराना दुकान में बैठा था। तभी अचानक चार युवक वीर बहादुर सिंह बुंदेला उर्फ बड़े राजा निवासी धनोखर, धर्मेंद्र राजपूत उर्फ बच्चा व सनी राजपूत निवासी राजनगर तथा नरेश विश्वकर्मा गाली-गलौंज करते हुए घर के अंदर आ धमके। बालकिशुन का आरोप है कि डकैती डालने के उद्देश्य से आए बदमाशों के द्वारा उसके साथ कट्टे की बट से मारपीट की गई। बीच-बचाव करने आए उसके पुत्र अजय उर्फ़ छोटू प्रजापति को जान से मारने के इरादे से वीर सिंह बुंदेला के कहने पर सनी ने फायर कर दिया। लेकिन अजय तुरंत जमीन पर लेट गया जिससे उसकी जान बाल-बाल बच गई। गोली चलने की आवाज सुनकर परिवार के अन्य सदस्य मौके पर आ गए। सभी ने मिलकर साहस के साथ बदमाशों का मुकाबला करते हुए दो आरोपियों धर्मेंद्र राजपूत उर्फ बच्चा एवं नरेश विश्वकर्मा को कट्टा सहित दबोंच लिया।
जबकि इनके दो साथी मौके से भाग निकले। किराना व्यापारी ने मौके पर 100 डायल पर कॉल करके मौके पर पुलिस को बुलाया और पकड़े गए दोनों हमलावरों को उनके हवाले कर दिया। इस घटना पर गुनौर थाना पुलिस ने धर्मेन्द्र राजपूत व सनी राजपूत दोनों निवासी राजनगर जिला छतरपुर, वीर बहादुर सिंह बुंदेला निवासी धनोखर एवं नरेश विश्वकर्मा के विरुद्ध अपराध क्रमांक 238/20 धारा 452, 294, 323, 336, 506, 34 आईपीसी, एससी-एसटी एक्ट एवं आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। पकड़े गए 3 आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल वारण्ट पर जेल में दाखिल किया गया।

पुलिस पर हमलावरों को बचाने का आरोप

गुनौर थाना के बाहर खड़े पीड़ित पिता-पुत्र अपना आवेदन पत्र दिखाते हुए।
पीड़ित किराना व्यापारी बालकिशुन प्रजापति का आरोप है कि घटना के सम्बंध में गुनौर थाना पुलिस ने उसके लिखित आवेदन पत्र के अनुसार रिपोर्ट दर्ज न कर हमलावरों को बचाने के लिए कथित तौर पर मनमाने तरीके से तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर आधी-अधूरी रिपोर्ट लिखी है। रिपोर्ट में पुत्र के ऊपर फायर करने का उल्लेख नहीं है। इसी तरह कथित रूप से डकैती के उद्देश्य से घर के अंदर घुसे बदमाशों के विरुद्ध नियमानुसार धाराएं नहीं लगाई गईं। पीड़ित ने इस मामले की पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने और उनसे घटना की निष्पक्ष जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की मांग करने की बात कही है।

इनका कहना है –

“हमलावर डकैती डालने या लूटपाट करने के उद्देश्य से घर के अंदर नहीं घुसे बल्कि मारपीट करने और धमकाने के इरादे से आए थे। दरअसल आरोपी ढावा संचालक वीर बहादुर सिंह बुंदेला और फरियादी बालकिशुन प्रजापति दोनों ही अवैध रूप से शराब बिक्री करते हैं। घटना दिनांक को पुलिस ने दोनों के यहाँ से अवैध शराब जप्त की थी। ढावा संचालक को यह संदेह है कि बालकिशुन ने उसकी शराब पकड़वाई है। इसी बात पर यह विवाद हुआ है। आरोपियों ने हवाई फायर किया था, प्रारम्भिक विवेचना में यह बात सामने आई है।”

– एन. पी. पटेल, थाना प्रभारी गुनौर जिला पन्ना।