पीड़ित मानवता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं : प्रभाकान्त तिवारी

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पन्ना जिले के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे प्रतिनिधि।

*    गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के द्वारा कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित

 आपदा काल में प्रशंसनीय और प्रेरणास्पद कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया

शादिक खान, पन्ना।(www.radanews.in) कोरोना की वैश्विक महामारी की पहली और दूसरी लहर का मुकाबला करना कोई आसान बात नहीं थी। इस आपदा की रोकथाम में हमारे कोरोना वॉरियर्स (फ्रंटलाइन वर्कर) की महती भूमिका रही है। चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ, विभिन्न विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों, समाजसेवियों, कोरोना वालेंटियर, युवाओं समेत सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों तथा बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किये बगैर एकजुटता के साथ रात-दिन समर्पण भाव से कार्य किया है। जिसके परिणामस्वरूप कोरोना महामारी की भीषण प्रलयकारी दो लहरों की रोकथाम और  उनसे बचाव करना संभव हो सका। कोरोना योद्धा इंसान नहीं साक्षात देवदूत हैं, उन्होंने अपनी निःस्वार्थ सेवा से हमें बताया है कि, पीड़ित मानवता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। यह बात अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे प्रभाकान्त तिवारी ने कही।
वे मंगलवार 23 अगस्त को सायंकाल पन्ना में कोरोना वॉरियर्स के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। पन्ना के गायत्री मंदिर में आयोजित इस गरिमामयी कार्यक्रम में कोरोना योद्धाओं के द्वारा किये गए प्रशंसनीय और प्रेरणास्पद कार्य के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रभाकान्त तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा, मानव सेवा का गजब का जज्बा रखने वाले कोरोना योद्धाओं ने अपने सकारत्मक प्रयासों, मजबूत इरादों से पीड़ित मानवता को कोरोना संकट की पहली और दूसरी लहर से उबारने के लिए इंसानियत का फर्ज बखूबी निभाया है। आपका कार्य वास्तव में अत्यंत ही सराहनीय है, ऐसी महान विभूतियों को सम्मानित करके हम गौरान्वित महसूस कर रहे हैं।
कोविड-19 योद्धा सम्मान समारोह में वैश्विक आपदा के दौरान जान जोखिम में डालकर मानव सेवा के कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले चिकित्सकों, नर्सों, पुलिसकर्मियों, समाजसेवियों एवं अधिकारी कर्मचारियों को शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधियों प्रभाकान्त तिवारी, बसंत सोलंकी एवं मोतीलाल शर्मा द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया, इस दौरान गायत्री परिवार पर के वरिष्ठ सदस्य इंजीनियर एल.डी. सिंह, शिवनारायण पाण्डेय, समाजसेवी मनोज केसरवानी, पूर्व शिक्षक बुद्ध सिंह, डीपी तिवारी, सत्यम पाण्डेय एवं फूल सिंह उपस्थित रहे।

इन कोरोना योद्धाओं का हुआ सम्मान

कार्यक्रम में मुख्य रूप से संकट के दौरान निर्भय होकर मरीजों की देखरेख करने वाले डॉ. प्रदीप गुप्ता, डॉ. अमित चौकसे, डॉ. भास्कर द्विवेदी, डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. अंकित शुक्ला, डॉ. इसरार खान, स्टाफ नर्स संध्या गंगेले, एंजिला गुप्ता, सुषमा सिंह, ज्योति रजक, प्रदीप रैकवार, सौरभ राय, रोहन, लैब टेक्नीशियन मनीष शर्मा (मन्नू), स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लोगों के घर घर जाकर जांच भरवा कर बीमार या संक्रमित व्यक्तियों को उपचार सुविधा मुहैया कराने वाले उदल सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, शहर काजी मौलाना मोईजुद्दीन को कोरोना के खतरे के प्रति नागरिकों को जागरूक करने एवं टीकाकरण के लिए करने, जरूरतमंदों में राशन और भोजन पहुंचाने एवं बीमार लोगों की मदद करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर योगेंद्र भदौरिया, पत्रकार संजय सिंह राजपूत, अधिवक्ता शैलेश विश्वकर्मा, अधिवक्ता अंकित शर्मा, गरीब बस्तियों में घर-घर भोजन पहुंचाने वाली राहत की रसोई की संचालिका सामाजिक कार्यकर्ता आस्था दीपक तिवारी, सचिन परमार, मरीजों की देखरेख करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता आनंद मिश्रा, प्रगति पटेरिया, लक्ष्मी नारायण गुप्ता, नगर पालिका से प्रकाश खरे व रवि बाल्मीकि, डॉ. पुनीत खरे, डॉ. प्रमोद श्रीवास्तव, डॉ. आरके वर्मा, डॉ. ओम प्रकाश सिंगरौल, डॉ. प्रदीप खरे को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई,

सभी नागरिकों से पौधारोपण की अपील

कार्यक्रम में शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे प्रतिनिधियों ने लोगों से आग्रह करते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण की अपील की और पर्यावरण का महत्व समझाते हुए कहा कि एक वृक्ष 10 पुत्र समान होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण जीवन पर संकट बढ़ता ही जा रहा है, पर्यावरण भी तेजी से प्रदूषित हो रहा है। वातावरण में जहरीली गैसों की अधिकता के कारण स्वच्छ प्राणवायु में सांस लेना दूभर होता जा रहा है। कोरोना की आपदा ने हमें ऑक्सीजन का महत्व समझा दिया है। वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाना अति आवश्यक है और यह वृक्षारोपण से ही यह किया जा सकता है।
उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से पौधा लगाकर उसकी 5 वर्षों तक देखरेख करने की अपील करते हुए लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। साथ ही शासन-प्रशासन द्वारा दी जा रही कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी का जिक्र करते हुए सभी लोगों से वैक्सीनेशन करवाने का आग्रह करते हुए कहा कि वैक्सीन ही कोविड-19 की सुरक्षा कवच है। इसे हर व्यक्ति को लगवाना जरूरी है ताकि स्वयं और अपने परिवार के साथ साथ अपने गांव शहर और पूरे देश को सुरक्षित किया जा सके। आयोजित हुए सम्मान समरोह के संयोजक सेवानिवृत्त वरिष्ठ इंजीनियर एल.डी. सिंह रहे, मंच का सफलतापूर्वक संचालन समाजसेवी एवं प्रतिष्ठित व्यवसायी मनोज केसरवानी ने किया और सभी उपस्थितों का आभार व्यक्त गायत्री परिवार पन्ना के सदस्य शिव नारायण पाण्डेय द्वारा किया गया।