अन्याय के खिलाफ और आत्म सम्मान की रक्षा के लिए डटकर संघर्ष करना सीखें युवा : कुसुम महदेले

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वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व मंत्री एवं भाजपा की क़द्दावर नेत्री सुश्री कुसुम सिंह महदेले।

*   पन्ना में वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई

*   जयंती कार्यक्रम में पूर्व मंत्री के आवास पर जुटे लोधी-क्षत्रिय समाज के लोग

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी जी की जयंती पन्ना में समारोहपूर्वक “जन जागरण” दिवस के मनाई गई। जयंती कार्यक्रम का आयोजन नगर के ब्लॉक चौराहा के समीप पूर्व मंत्री एवं भाजपा की क़द्दावर नेत्री सुश्री कुसुम सिंह महदेले के निवास सफरबाग में सोमवार 16 अगस्त को हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री सुश्री कुसुम सिंह महदेले की गरिमामयी उपस्थिति रही। विशिष्ट अतिथि बी.एस. राजपूत रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय विद्यालय पन्ना के प्राचार्य अमरचंद राजपूत ने की। अतिथियों के द्वारा महारानी अवंती बाई लोधी के छायाचित्र पर माल्यार्पण करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यापक शिवमोहन सिंह लोधी ने वीरांगना अवंती बाई के जीवन संघर्ष और योगदान के संबध विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं से आव्हान करते हुए कहा वे अवंती बाई के पद चिन्हों पर चलते हुए उच्च शिक्षा अर्जित कर समाज के कल्याण के लिए कार्य करें।
विशिष्ट अतिथि बी.एस. राजपूत द्वारा समाज को संगठित करने एवं महिला शिक्षा पर विशेष जोर दिया। आपने समाजजनों से मद्यपान एवं धूम्रपान का सेवन न करने और दूसरों को भी इन व्यसनों को त्यागने के लिए प्रेरित करने का आव्हान किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सुश्री कुसुम सिंह महदेले ने रानी अवंती बाई जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया, किस प्रकार उन्होंने अपना रणकौशल दिखाकर 1857 के प्रथम स्वतंत्रता समर में विद्रोह कर अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध किया था। भीषण युद्ध में चारों तरफ से घिरने के बावजूद रानी अवंती बाई ने अंग्रेजों के समक्ष समर्पण न कर स्वयं की कटार से अपने प्राणों की आहूति देकर आत्म सम्मान की रक्षा करने के साथ ही सर्वोच्च बलिदान की अप्रतिम मिशाल कायम की थी। सुश्री महदेले ने युवाओं से कहा कि वे रानी अवंती बाई के पदचिन्हों पर चलकर अन्याय के विरुद्ध डटकर खड़ा होना सीखें।
युवाओं को उच्च शिक्षा अर्जित करने के लिए प्रेरित करते हुए आपने बताया, शिक्षित और संगठित होकर हम अपने अधिकारों को प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा ही समाज में सम्मान दिलाती है। लोधी-क्षत्रिय समाज को संगठित करने में जुटे युवाओं के प्रयास की पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया। वर्तमान में कोरोना महामारी के मद्देनजर लोगों को कोरोना से बचाव एवं रोकथाम हेतु आवश्यक उपाए करने एवं टीकाकरण कराने के लिए जागरूक करने का भी आव्हान किया। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय पन्ना के प्राचार्य अमरचंद राजपूत ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में समाज में फैली कुरीतियों को मिटाने तथा बच्चों को हर हाल में शिक्षा दिलाने के लिए जन-जन को प्रेरित और जागरूक करने की बात कही।
वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की जयंती के उपलक्ष्य पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए पूर्व मंत्री सुश्री कुसुम सिंह महदेले।
जयंती समारोह में मुख्य रूप से आशुतोष सिंह महदेले, शारदा सिंह सिंगरौल, देवी सिंह, रमेश कुमार लोधी,राजा महदेले, डॉ. ओम प्रकाश सिंगरौल, पार्थ महदेले, विक्रम महदेले, राम सिंगरौल, रामकेश सिंह, राजेंद्र सिंह लोधी,मनीष महदेले, महेंद्र सिंह लोधी, शिव प्रताप लोधी, राजेश सिंह महदेले, आनंद कुमार लोधी, लोटन सिंह लोधी, अनिल महदेले, शान्तनु सिंह महदेले, शुभम महदेले, मोहित महदेले, यजुर महदेले, बद्री प्रसाद लोधी, विद्या प्रसाद सिंगरौल, रजोल सिंह राजपूत, राजोल सिंह लोधी, दिनेश कुमार लोधी, सूर्य प्रताप वर्मा, आनंद लोधी, राम सिंह सहित बड़ी संख्या में समाजजन शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता शारदा प्रसाद सिंगरौल ने किया। अंत में कार्यक्रम के संयोजक विक्रम महदेले एवं पार्थ महदेले द्वारा सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया गया।